हरियाणा और राजस्थान की मंडियों में कपास के भाव में तेजी, 9000 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुँचा भाव
Cotton Price: सिरसा, ऐलनाबाद, आदमपुर, श्री विजयनगर, अनूपगढ़, खैरथल, बीकानेर, भीलवाड़ा और गंगापुर सिटी में कपास और नरमा की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं जिसका सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है।

Delhi Highlights, नई दिल्ली: हरियाणा और राजस्थान की प्रमुख मंडियों में कपास के भाव में तेजी देखी जा रही है। मंडियों में कपास के दामों में बढ़ोतरी किसानों के लिए राहत भरी खबर लेकर आई है। सिरसा, ऐलनाबाद, आदमपुर, श्री विजयनगर, अनूपगढ़, खैरथल, बीकानेर, भीलवाड़ा और गंगापुर सिटी में कपास और नरमा की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं जिसका सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है।
हरियाणा और राजस्थान की प्रमुख मंडियों में कपास के भाव
मंडी का नाम | भाव (रुपये प्रति क्विंटल) |
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सिरसा मंडी (नरमा) | 7500 से 7970 |
सिरसा मंडी (कपास) | 7800 से 8050 |
ऐलनाबाद मंडी (नरमा) | 7521 से 7845 |
ऐलनाबाद मंडी (कपास) | 8100 से 8400 |
आदमपुर मंडी (नरमा) | 7980 |
श्री विजयनगर मंडी (नरमा) | 7500 से 7600 |
अनूपगढ़ मंडी (नरमा) | 7500 से 8200 |
खैरथल मंडी (कपास) | 7000 से 7550 |
बीकानेर मंडी (कपास) | 7681 से 7979 |
भीलवाड़ा मंडी (कपास) | 8000 से 9000 |
गंगापुर सिटी (कपास) | 8500 से 9000 |
कपास की मांग में वृद्धि से किसानों को राहत
अक्टूबर 2024 में कपास की बढ़ती मांग के कारण किसानों को इस वर्ष अच्छे भाव मिल रहे हैं। व्यापारियों का मानना है कि आने वाले दिनों में कपास के भाव में और भी तेजी आ सकती है हालांकि यह पूरी तरह से बाजार की स्थितियों पर निर्भर करेगा। इस वर्ष कपास की फसल के क्षेत्रफल में कमी देखी गई है जिसका असर उत्पादन पर पड़ेगा।
उत्पादन में कमी का कारण
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस वर्ष कपास के क्षेत्रफल में गिरावट का मुख्य कारण पिछले वर्ष गुलाबी सुंडी का कहर है। किसानों ने इस बार डर के कारण कम बुवाई की है। वही कुछ राज्यों में अनियमित बारिश के कारण फसल को नुकसान पहुंचा है। इन सभी कारणों से कपास का उत्पादन इस वर्ष कम होने की संभावना है।
मंडियों में कपास की चुगाई और बढ़ते दाम
फिलहाल किसान अपनी कपास की फसल लेकर मंडियों में पहुंच रहे हैं और चुगाई का कार्य जारी है। इस बार कपास के भाव 8000 रुपये प्रति क्विंटल से ऊपर पहुंच गए हैं जिससे किसानों के चेहरों पर खुशी और संतोष है। कई मंडियों में कपास के भाव में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और यह सिलसिला आगे भी जारी रहने की उम्मीद है।