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मूसलाधार बारिश से राजस्थान-हरियाणा में बाढ़ जैसे हालात, कई राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी

आईएमडी के मुताबिक इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 31 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है जबकि न्यूनतम तापमान 26 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास बने रहने की संभावना है। बारिश के कारण दिल्ली की सड़कों पर यातायात में बाधाएं आ सकती हैं जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
 
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भारत में इन दिनों मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है जिसके कारण कई राज्यों में बाढ़ जैसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 13 अगस्त को केरल, राजस्थान, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और उत्तराखंड में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट के चलते इन राज्यों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है क्योंकि लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है।

मौसम विभाग ने देश के विभिन्न हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है और निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। ऐसे में प्रशासन भी अलर्ट मोड में है और राहत कार्यों को अंजाम देने के लिए तैयारियों को पुख्ता किया जा रहा है।

दिल्ली का मौसम

राजधानी दिल्ली और एनसीआर में भी लगातार बारिश का दौर जारी है जिसकी वजह से कई इलाकों में जलभराव की समस्या गंभीर हो गई है। मौसम विभाग ने 16 अगस्त तक दिल्ली में मध्यम से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है जिसके चलते लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

आईएमडी के मुताबिक इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 31 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है जबकि न्यूनतम तापमान 26 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास बने रहने की संभावना है। बारिश के कारण दिल्ली की सड़कों पर यातायात में बाधाएं आ सकती हैं जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

देश के मौसम का हाल

देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश की गतिविधियों पर नजर डालें तो मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट ने कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, झारखंड, पूर्वोत्तर भारत, केरल, तमिलनाडु, रायलसीमा और दक्षिण कर्नाटक के आंतरिक क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना है।

वहीं पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, विदर्भ, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, गोवा, तटीय कर्नाटक, तटीय महाराष्ट्र, पूर्वी गुजरात, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।

देश की मौसमी गतिविधियां

मौसम के बदलते मिजाज को समझने के लिए हमें मौसमी गतिविधियों पर नजर डालनी होगी। मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार वर्तमान में औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ श्री गंगानगर, दिल्ली, ग्वालियर, डाल्टनगंज, दीघा और उत्तरपूर्वी बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है।

पूर्वोत्तर राजस्थान और उसके आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है जो समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। इसके अलावा इस चक्रवाती परिसंचरण से एक ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश, बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल से होते हुए बांग्लादेश तक समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैली हुई है।

पूर्वोत्तर असम में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है जिससे वहां पर बारिश की गतिविधियां तेज हो सकती हैं। महाराष्ट्र कर्नाटक तट के साथ समुद्र तल पर अपतटीय ट्रफ बनी हुई है जिससे इस क्षेत्र में भी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।

क्या हो सकती है राहत?

मौसम के इस बदलते मिजाज में राहत की उम्मीद बहुत कम नजर आ रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। हालांकि प्रशासन और स्थानीय एजेंसियां राहत कार्यों को अंजाम देने के लिए तत्पर हैं लेकिन लोगों को भी सतर्क रहना होगा और आवश्यक सावधानियां बरतनी होंगी।

भारी बारिश और जलभराव से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा समय-समय पर निर्देश जारी किए जा रहे हैं। लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। इसके अलावा जलभराव वाली सड़कों और नदियों के किनारे जाने से बचने की हिदायत दी जा रही है।