हरियाणा और पंजाब से मानसून ने किया बाय-बाय, दिल्ली में आज हो सकती है आखिरी बारिश, जानिए कब आएगी सर्दियों की पहली ठंड

Monsoon Farewell : देश में मॉनसून की विदाई की प्रक्रिया 23 सितंबर से शुरू हो चुकी है और अब हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों से भी मॉनसून अलविदा कह चुका है। 25 सितंबर को राजस्थान (Rajasthan Monsoon) और गुजरात के कई हिस्सों से मॉनसून की वापसी की पुष्टि हो गई थी। हालांकि मॉनसून की यह विदाई धीमी गति से हो रही है और इसकी वजह बंगाल की खाड़ी से पश्चिम की ओर बढ़ते हुए कम दबाव का क्षेत्र है।
बंगाल की खाड़ी का असर मॉनसून की विदाई पर
मौसम विज्ञान विभाग (Meteorological Department) के अनुसार बंगाल की खाड़ी से आ रहे इस लो प्रेशर सिस्टम का प्रभाव मॉनसून की वापसी पर पड़ सकता है। इसके कारण तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा में अगले तीन दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। साथ ही मध्य महाराष्ट्र और गुजरात के कई हिस्सों में भी भारी बारिश का अनुमान है। इस सिस्टम के चलते मॉनसून की विदाई की प्रक्रिया धीमी हो सकती है खासकर उन क्षेत्रों में जहां अभी भी बारिश हो रही है।
दिल्ली और उत्तर पश्चिम भारत में अंतिम बारिश की संभावना
मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली और उत्तर पश्चिम भारत के इलाकों में मॉनसून के मौसम की आखिरी बारिश 26 सितंबर से शुरू हो सकती है। इस दौरान दिल्ली में उमस से राहत मिलने की उम्मीद है क्योंकि पुरवइया हवाएं ठंडक लाएंगी। लो प्रेशर सिस्टम 29 सितंबर तक सक्रिय रहेगा जिससे बारिश की संभावना बनी रहेगी उसके बाद मॉनसून की विदाई तेजी से हो सकती है।
मॉनसून की विदाई के साथ ठंड की तैयारी
मॉनसून की विदाई के साथ ही अब ठंड के मौसम का इंतजार शुरू हो गया है। हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में भी मॉनसून की विदाई हो चुकी है लेकिन अगले कुछ दिनों तक कम दबाव के प्रभाव से कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना बनी रहेगी। इसके बाद ठंड का मौसम धीरे-धीरे शुरू होगा और उत्तर भारत के कई हिस्सों में तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।
संभावित असर और आगे की स्थिति
हालांकि मॉनसून की वापसी हो रही है लेकिन अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। बंगाल की खाड़ी से आ रहे इस सिस्टम के चलते देश के विभिन्न हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक बारिश की स्थिति बनी रहेगी। इससे कुछ स्थानों पर जलभराव और फसलों पर भी असर पड़ सकता है।
मॉनसून की विदाई के बाद ठंड का मौसम धीरे-धीरे शुरू होगा और अक्टूबर महीने में ठंड का असर बढ़ने की संभावना है। किसानों के लिए यह समय विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि फसल कटाई और नए सीजन की तैयारी इसी मौसम में होती है।