Sarso Bhav: राजस्थान, हरियाणा और यूपी में सरसों के भाव; जानें मंडियों का हाल
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में सरसों तेल के भाव में 20 से 30 रुपए की बढ़ोतरी हुई। 20 प्रतिशत एक्साइज ड्यूटी बढ़ने के बाद सरसों तेल की कीमतें चढ़ गईं जिससे रिफाइंड और वनस्पति तेलों में भी इजाफा हुआ। दिल्ली की मंडी में हालांकि सरसों के भाव में 25 रुपए की गिरावट दर्ज की गई। आने वाले समय में त्योहारी मांग के चलते सरसों के भाव में हल्की तेजी की संभावना जताई जा रही है।

सरसों की कीमतों में बीते दो हफ्तों से लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। कुछ मंडियों में भाव स्थिर हो गए हैं जबकि अन्य जगहों पर थोड़ी तेजी और मंदी नजर आई। मध्य प्रदेश की ग्वालियर मंडी में सोमवार को 50 रुपए की तेजी देखी गईजबकि शमशाबाद, दिगनेर, अलवर और मुरैना जैसे इलाकों में मंदी रही। त्योहारी सीजन के चलते खाद्य तेलों में हलचल बनी रही जिससे सरसों के भाव में भी वृद्धि हुई थीलेकिन अब यह ठहराव पर आ चुका है।
सरसों तेल की कीमतों में हलचल
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में सरसों तेल के भाव में 20 से 30 रुपए की बढ़ोतरी हुई। 20 प्रतिशत एक्साइज ड्यूटी बढ़ने के बाद सरसों तेल की कीमतें चढ़ गईं जिससे रिफाइंड और वनस्पति तेलों में भी इजाफा हुआ। दिल्ली की मंडी में हालांकि सरसों के भाव में 25 रुपए की गिरावट दर्ज की गई। आने वाले समय में त्योहारी मांग के चलते सरसों के भाव में हल्की तेजी की संभावना जताई जा रही है।
प्रमुख मंडियों में सरसों के भाव
इस लेख में हम आपको प्रमुख राज्यों जैसे राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की मंडियों में सरसों की कीमतों की जानकारी देंगे। सोमवार को सरसों की आवक कम होकर लगभग 2,50,000 बोरी रह गई थी, जिससे यह संकेत मिलता है कि निकट भविष्य में सरसों की कीमतों में कुछ और उतार-चढ़ाव हो सकता है।
मंडी का नाम | सरसों का भाव (₹ प्रति क्विंटल) |
---|---|
भरतपुर | 6561 |
हिसार | 5700/5800 |
मुरैना | 7550 |
अलीगढ़ | 6200 |
जयपुर | 6925/6950 |
अदानी अलवर | 7025 |
नैनावा | 5850/6435 |
बरवाला | 6200 |
आगरा बीपी | 7200 |
शमसाबाद | 7550 |
पाटन | 5750/6075 |
जुलाना | 6200 |
दिल्ली | 6525/6575 |
कालांवाली | 6060 |
नोहर | 6100/6600 |
दिग्नेर आगरा | 7550 |
ऐलनाबाद | 5700/6350 |
अलवर | 6600 |
संगरिया | 5100/6414 |
ग्वालियर | 6000/6350 |
सिरसा | 5700/6432 |
गंगापुर | 6650 |
खैरथल | 6600 |
सरसों बाजार का विश्लेषण
मंडियों में सरसों की आवक कम होने के कारण आने वाले दिनों में भाव में स्थिरता या मामूली इजाफा होने की संभावना है। विशेषकर त्योहारी सीजन के दौरान खाद्य तेलों की मांग बढ़ने से सरसों के दामों में हलचल बनी रह सकती है। मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की मंडियों में आवक और मांग के आधार पर कीमतों में भिन्नता देखी जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि निकट भविष्य में कीमतें स्थिर रह सकती हैं, लेकिन मौसम और त्योहारों के चलते स्थिति बदल भी सकती है।
व्यापारियों के अनुसार, पिछले दो हफ्तों में सरसों के बाजार में जो उतार-चढ़ाव देखा गया, वह मुख्य रूप से त्योहारी सीजन की मांग और तेलों में हो रही हलचल के कारण था। अगर आगामी समय में आवक कम होती है, तो भाव में मामूली तेजी आ सकती है।
सरसों की कीमतों पर आगे क्या उम्मीद?
मौजूदा समय में सरसों की कीमतों पर कुछ निश्चित तौर पर कहना मुश्किल है, क्योंकि मंडियों में आवक की स्थिति, घरेलू मांग, और मौसम के मिजाज के आधार पर भावों में बदलाव हो सकता है। त्योहारी सीजन के चलते खाद्य तेलों की बढ़ती मांग से सरसों के भाव में स्थिरता बनी रह सकती है। सरसों तेल की कीमतों में वृद्धि से अन्य तेलों जैसे रिफाइंड और वनस्पति तेलों के दाम भी बढ़ने की संभावना है।