Sarso Ka Bhav: किसानों को हुआ बंपर मुनाफा, सरसों की कीमतों में जबरदस्त उछाल, जानिए आज के नए रेट

उत्तर प्रदेश की मंडियों में इस समय सरसों के भाव में अच्छी खासी वृद्धि देखी जा रही है। इटावा मंडी में सरसों का भाव 6000 रुपये प्रति क्विंटल है वहीं मैनपुरी में सरसों की कीमत 7120 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है। मेरठ मंडी में 6582 रुपये और बरेली में 6322 रुपये प्रति क्विंटल का भाव चल रहा है। इसके अलावा ललितपुर में सरसों 5950 रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है।
यह भाव पिछले कुछ महीनों में आई गिरावट के बाद किसानों के लिए काफी राहत की बात है क्योंकि जून के पहले तक सरसों के भाव कम थे और अब उसमें अच्छा खासा उछाल आया है।
मध्य प्रदेश के मंडियों में सरसों का भाव
मध्य प्रदेश में भी सरसों के दामों में वृद्धि देखने को मिल रही है। काला कैलारस मंडी में सरसों का भाव 6478 रुपये प्रति क्विंटल और बैतूल मंडी में 6100 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच चुका है। इससे पता चलता है कि मध्य प्रदेश में सरसों की मांग बढ़ रही है और किसानों को इसका लाभ मिल रहा है।
बिहार के मंडियों में सरसों का भाव
बिहार की मंडियों में भी सरसों की कीमतें काफी अच्छी चल रही हैं। चंपारण में सरसों का भाव 7000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। इस उछाल से बिहार के किसानों को भी बेहतर मुनाफा हो रहा है और वे अपनी फसल अच्छे भाव पर बेच रहे हैं।
महाराष्ट्र के मंडियों में सरसों का भाव
महाराष्ट्र की मंडियों में भी सरसों की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मुंबई मंडी में सरसों का भाव 7250 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। सरसों के इन ऊंचे भावों से किसानों को इस सीजन में अच्छा मुनाफा हो रहा है।
राजस्थान के मंडियों में सरसों का भाव
राजस्थान की मंडियों में भी सरसों की कीमतों में तेजी आई है। जयपुर मंडी में सरसों का भाव 6890 रुपये प्रति क्विंटल, श्रीगंगानगर में 6255 रुपये, मेड़ता शहर में 6130 रुपये और जोधपुर में 6700 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच चुका है। चिड़ावा मंडी में सरसों का भाव 6347 रुपये प्रति क्विंटल है जिससे साफ है कि राजस्थान में भी सरसों की फसल किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है।
हरियाणा के मंडियों में सरसों का भाव
हरियाणा में सरसों के भाव में कुछ उतार-चढ़ाव देखे जा रहे हैं। रेवाड़ी मंडी में सरसों का भाव काफी कम 3250 रुपये प्रति क्विंटल है, वहीं सिरसा में यह 5950 रुपये और हिसार में 6340 रुपये प्रति क्विंटल है। आदमपुर मंडी में सरसों 6105 रुपये और ऐलनाबाद में 6475 रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है।
यह विविधता हरियाणा की अलग-अलग मंडियों की मांग और आपूर्ति पर निर्भर करती है। कुछ मंडियों में फसल की कमी और तेल उत्पादन की अधिक मांग के कारण भाव अधिक हैं जबकि अन्य जगहों पर कीमतें कम हैं।
सरसों के दामों में क्यों आई गिरावट
सरसों के दामों में गिरावट का मुख्य कारण इस बार कम समर्थन मूल्य और विदेशी बाजार से सस्ते खाद्य तेल का आयात माना जा रहा है। इसके चलते व्यापारियों को सरसों का तेल महंगा पड़ रहा है। हालिया तेजी से पहले देशभर की कई मंडियों में 42 प्रतिशत तेल की गुणवत्ता वाली सरसों की कीमतें लगभग 5110 रुपये प्रति क्विंटल थीं जो अब कई स्थानों पर 6000 रुपये प्रति क्विंटल से भी अधिक हो गई हैं। इस गिरावट के कारण किसानों को कुछ महीनों तक कम मुनाफा हुआ लेकिन अब दामों में आई तेजी से उनकी स्थिति सुधर रही है।
सरसों के दामों में फिर से आई तेजी
हालांकि जून से पहले सरसों के भावों में गिरावट थी लेकिन अगस्त से लेकर अब तक इसमें तेजी देखने को मिली है। कई मंडियों में सरसों की कीमतें 6000 रुपये प्रति क्विंटल से भी ऊपर चली गई हैं जबकि सरकार ने इस साल सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5650 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। यह MSP पिछले साल की तुलना में अधिक है लेकिन जो किसान अपनी सरसों को स्टॉक करके रखे हुए थे वे अब इन ऊंचे दामों का फायदा उठा रहे हैं।
किसानों को मिल रहा है मुनाफा
अब किसानों को सरसों की कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कहीं अधिक मिल रही हैं जिससे उनके लिए अच्छी कमाई का अवसर बन गया है। जिन किसानों ने अभी तक अपनी सरसों नहीं बेची थी वे अब ऊंची कीमतों पर बेचकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। सरसों के दामों में आई इस तेजी से किसानों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है और भविष्य में इन भावों में और वृद्धि की संभावना जताई जा रही है।