किसानों के चेहरों पर लौटी मुस्कान, मानसूनी बारिश से धान की फसल को मिला जीवनदान

फतेहाबाद में मानसून के सक्रिय होते ही लाए क्रवार को काली घटायें छा गई और दोपहर को हुई बरसात से उमस व गर्मी से बेहाल लोगों को राहत मिली। मौसम विभाग द्वारा एक बार फिर मानसूनी हवाएं सक्रिय होने की भविष्यवाणी सच साबित हुई और 24 घंटे में हरियाणा में भारी बारिश देखने को मिली है।
शुक्रवार को हुई बरसात से फतेहाबाद में अधिकतम पारे में करीब 8 डिग्री की गिरावट आई है। आज फतेहाबाद का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बता दें कि वीरवार को भट्ट, भूना व कुलां में 26 एमएम बारिश हुई थी जबकि फतेहाबाद सूखा रहा था।
फतेहाबाद में शुक्रवार दोपहर को झमाझम बरसात होने से उमस से बेहाल लोगों के चेहरों पर रौनक लोट आई। बरसात से शहर के हा बाजार व बस्तियां जलमग्न गई। दुकानदारों व कालोनीवासियों के साथ-साथ बच्चों ने जमकर जलभराव का मजा लूटा। बरसात से किसानों के चेहरे भी खिल उठे।
इस बरसात को धान की फसल के लिए संजीवनी माना जा रहा है क्योंकि बरसात से अब धान की फसल में जलभराव हो गया है। बरसात से नरमे की फसल को भी कुछ दिन जीवनदान मिल जाएगा। शहर में आधा घंटे चली बारिश से शहर के थाना रोड, जवाहर चौक, नेशनल हाइवे, बीघड़ रोड, ठाकर बस्ती, धर्मशाला रोड, अस्पताल एरिया, भट्ट रोड, बीघड़ रोड पर भारी जलभराव हो गया।
बीते वर्ष भी यहां ज्यादा बारिश आने से नरमे की सारी फसल डूब गई थी। लाए क्रवार को फतेहाबाद में 14 एमएम तो भूना में 8 एमएम, जाखल में 7 एमएम, रतिया में 4, टोहाना में 2 एमएम बरसात दर्ज की गई। भारतीय मौसम विभाग ने बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
विभाग के अनुसार अगस्त महीने में अच्छी बारिश न को सकती बाकी हवाएं जोर पकड़ रही हैं कारण अगस्त में हरियाणा में भारी से मध्यम बारिश हो सकती है। अधिकांश जिलों में बारिश होगी। 5 से 8 अगस्त के बीच मानसून फिर जोर पकड़ेगा।
रतिया में अच्छी बरसात से निहाल हुए लोग
करीब एक माह से अच्छी बरसात की बाट जोह रहे लोगों को शुक्रवार को राहत मिली। आज रतिया क्षेत्र में अच्छी बरसात होने से आमजन को गर्मी से राहत मिलने के साथ फसलों को भी जीवनदान मिला है। हालांकि वीरवार को भी कुछ क्षेत्रों में बरसात हुई थी लेकिन शुक्रवार ग्रामीण क्षेत्र के अलावा शहर में भी अच्छी बरसात हुई।
मौसम के करवट बदलने से दिनभर मौसम सुहाना बना रहा। शुक्रवार को रुकछक कर दिनभर बरसात होती रही। वहीं शक्तिनगर में सीवरेज बंद होने से पानी की निकासी नहीं होने से गलियों में जलभराव हो गया। इससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।