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किसानों के लिए वरदान है सरसों की ये नई हाइब्रिड वैरायटी, 37-40 मण प्रति एकड़ होगा उत्पादन, जानिए बुआई का सही समय

डॉ. राम अवतार की सलाह के अनुसार आपको राम के अवतार की पहली खुराक 45 से 50 दिन में लेनी चाहिए जब तक कि राम अवतार की सलाह 10 से 12 इंच न हो जाए। दूसरा झटका 60 से 65 दिन पर करें जब उपाय 18 से 20 इंच ऊँचे हों। इन उपचारों से स्वस्थ लाभ और उपजी भी बेहतर होगी।
 
Hybrid variety of mustard

Hybrid variety of mustard: हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय यूके ने रुस्स की एक नई हाइब्रिड वैरायटी आरएचएच 2101 विकसित की है जो किसानों के लिए बहुत ही शानदार साबित हो रही है। यह वैरायटी विशेष रूप से उन क्षेत्रों के लिए बनाई गई है जहां सींच की समस्या है या पानी का स्तर कम है। डॉ. राम अवतार हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के तिलहन विभाग के अध्यक्ष कर्मचारी हैं जो कि किसानों के लिए लाभदायक हैं। इसके साथ-साथ स्नातक स्तर की पढ़ाई और अन्य रेस्तरां से भी संपर्क किया जा सकता है।

डॉ. राम अवतार की सलाह के अनुसार आपको राम के अवतार की पहली खुराक 45 से 50 दिन में लेनी चाहिए जब तक कि राम अवतार की सलाह 10 से 12 इंच न हो जाए। दूसरा झटका 60 से 65 दिन पर करें जब उपाय 18 से 20 इंच ऊँचे हों। इन उपचारों से स्वस्थ लाभ और उपजी भी बेहतर होगी। किसानों की चिंता पर ध्यान देने का काम किया गया है। इसमें कम समुद्र वाले क्षेत्र अधिक समुद्र वाले क्षेत्र और खारे पानी वाले क्षेत्र भी शामिल किये जा सकते हैं। इस वैरायटी पर पानी का असर कम होता है और इसका विकास सामान्य रूप से होता है।

डॉ. राम अवतार के अनुसार यह वैरायटी हर प्रकार की मिट्टी में अच्छी तरह से उग सकती है बेकार वह हल्की मिट्टी हो मध्यम हो या भारी। इस हाइब्रिड वैरायटी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह किसानों को कम पानी में भी बेहतर उपज देता है।

खाद और ग्रेड: सही पोषण से उपज में समूहीकृत अनाज की आरएचएच 2101 वैरायटी की सफल खेती के लिए सही खाद और ग्रेड का उपयोग बहुत जरूरी है। डॉ. राम अवतार के अनुसार आपको बेसल डोज के रूप में डीएपी का आधा कट्टा और 30 कि.मी. प्रति किराए का हिसाब देना चाहिए। यदि आप अस्थमा का उपयोग कर रहे हैं तो स्टॉल कट्टा स्टूडियो और 35 कि.मी. प्रति स्टॉक डे. इसके अलावा 100 किलो जिप्सम का उपयोग भी समाज को आवश्यक पोषक तत्व मिल सकता है।

10 से 20 अक्टूबर जब तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से कम होता है तो सबसे अच्छा समय 10 से 20 अक्टूबर होता है। इस समय नामांकन करने से फसल की उपज में वृद्धि होती है। यह वैरायटी आप अगेती मध्य और पचेती तीर्थ प्रकार की मूर्तियों में उपयोग कर सकते हैं और इसे हर प्रकार की मिट्टी में शामिल किया जा सकता है।

उच्च उत्पादन क्षमता उपजी मामले में आरएचएच 2101 उपयोग की अन्य उपलब्धता से काफी आगे है। डॉ. राम अवतार के अनुसार यह वैरायटी की औसत उपज 12 से 13 है। इसके अलावा यदि देखभाल की जाए तो यह वैरायटी 37 से 40 प्रतिशत तक की अधिकतम उपज दे सकती है जो किसानों के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होती है।

किसानों के लिए फार्मास्युटिकल प्रोविजनल हो रही है नई दिल्ली कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गई यह हाइब्रिड वैरायटी न केवल किसानों की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है बल्कि इसके उपयोग से किसान कम पानी में भी बेहतर उपज प्राप्त कर सकते हैं। डॉ. राम अवतार के अनुसार इस वैरायटी का उपयोग करने वाले किसानों के लिए एक नया अपेक्षित लेकर आया है और यह उन्हें आर्थिक रूप से भी बेहतर उत्पाद के रूप में पेश कर रहा है।