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Tudi Ka Bhav : भूसे के भाव में भयंकर बढ़ोतरी, जानें गेंहू की बिजाइ तक तूड़ी रखें या बेचें

तूड़ी के मौजूदा बाजार भाव ने पशुपालकों को असमंजस में डाल दिया है। नीचे कुछ प्रमुख शहरों में तूड़ी की कीमतों की जानकारी दी गई है:
 
Tudi Ka Bhav 2024

Tudi Ka Bhav 2024 : इस समय देशभर में तूड़ी की कीमतें 800 रुपये से 1000 रुपये के बीच हैं जो इस साल की शुरुआत से लगातार ऊंची बनी हुई हैं। बारिश के बावजूद तूड़ी के भाव में कोई बड़ी गिरावट नहीं आई है जिससे पशुपालकों को चारे के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पशुपालक यह सोच रहे हैं कि उन्हें अभी तूड़ी बेचनी चाहिए या इसे भंडारण करके रखना सही रहेगा।

तूड़ी का ताजा भाव 2024

तूड़ी के मौजूदा बाजार भाव ने पशुपालकों को असमंजस में डाल दिया है। नीचे कुछ प्रमुख शहरों में तूड़ी की कीमतों की जानकारी दी गई है:

  • भिवानी: बारीक तूड़ी - 400 रुपये प्रति क्विंटल कम्बाई मशीन वाली - 350 रुपये प्रति क्विंटल
  • सिरसा: 300 से 500 रुपये प्रति क्विंटल
  • नारनौल: 200 से 400 रुपये प्रति क्विंटल
  • फतेहाबाद: 450 से 600 रुपये प्रति क्विंटल
  • चरखी दादरी: 200 से 350 रुपये प्रति क्विंटल
  • आदमपुर: 400 से 600 रुपये प्रति क्विंटल
  • जींद: 300 से 500 रुपये प्रति क्विंटल
  • पन्नी वाला मोटा: 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल
  • बरवाला (हरियाणा): 250 से 500 रुपये प्रति क्विंटल

बारिश का असर और आगे का निर्णय

बारिश के मौसम में तूड़ी के दाम अक्सर गिरते हैं लेकिन इस बार भारी बारिश के बावजूद कीमतों में स्थिरता बनी हुई है। अगस्त से पहले तूड़ी को बेचना कई किसानों के लिए फायदेमंद हो सकता है। हालांकि बारिश के बाद फिर से कीमतों के बढ़ने की उम्मीद की जा रही है इसलिए कुछ पशुपालक इसे और रोककर रखने का विकल्प भी चुन सकते हैं।

क्या अभी तूड़ी बेचना सही रहेगा?

विशेषज्ञों के अनुसार अगर आपने अभी तक तूड़ी का भंडारण किया है तो इसे अगस्त के बाद बेचना बेहतर हो सकता है। बारिश के बाद चारे की मांग में बढ़ोतरी होने की संभावना है जिससे कीमतों में उछाल आ सकता है। फिलहाल जिन किसानों के पास तूड़ी का बड़ा स्टॉक है वे इसे रोककर रख सकते हैं। वहीं जिनके पास भंडारण की जगह नहीं है उन्हें इसे मौजूदा कीमत पर बेचना समझदारी होगी।

2024 में तूड़ी का बाजार

2024 के तूड़ी बाजार पर नजर डालें तो हरियाणा पंजाब और अन्य राज्यों में भी कीमतें काफी हद तक समान हैं। हालांकि हर क्षेत्र में तूड़ी की गुणवत्ता और मांग के आधार पर भाव में थोड़ा अंतर देखने को मिलता है। उदाहरण के तौर पर भिवानी और फतेहाबाद जैसे क्षेत्रों में तूड़ी की कीमतें ऊंची हैं जबकि चरखी दादरी और नारनौल में भाव अपेक्षाकृत कम हैं।

पशुपालकों के लिए सलाह

पशुपालकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी आवश्यकताओं और बाजार की स्थिति को ध्यान में रखते हुए फैसला करें। अगर आप बारिश के बाद बाजार में तूड़ी की कीमतें बढ़ने का इंतजार कर सकते हैं तो भंडारण करना बेहतर विकल्प हो सकता है। वहीं जो किसान तत्काल नकदी की आवश्यकता में हैं वे मौजूदा बाजार भाव पर भी तूड़ी बेच सकते हैं।