delhihighlight

wheat price : आम आदमी के लिए रोटी हो गई महंगी, बेलगाम हुए गेहूं के दाम

देशभर में गेहूं की औसत कीमत 30.9 रुपये प्रति किलो है जबकि न्यूनतम कीमत 22 रुपये तक है। उपभोक्ता मामले मंत्रालय के प्राइस मॉनिटरिंग डिविजन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह वृद्धि असाधारण है और लोगों की परेशानी का कारण बन रही है।
 
wheat price

(wheat price) : गेहूं की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी अब आम आदमी के लिए दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल बना रही है। जहां पहले रसोई की बुनियादी जरूरतों को पूरा करना आसान था वहीं अब गेहूं के बढ़ते दामों ने लोगों की जेबों पर गहरा असर डाला है। आज देश की सभी मंडियों में गेहूं की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। यह रबी सीजन की मुख्य फसल होने के कारण इसकी मांग हमेशा बनी रहती है लेकिन मौजूदा समय में इसके दाम 50 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं जो आम आदमी के बजट पर भारी असर डाल रहा है।

देशभर में गेहूं की औसत कीमत 30.9 रुपये प्रति किलो है जबकि न्यूनतम कीमत 22 रुपये तक है। उपभोक्ता मामले मंत्रालय के प्राइस मॉनिटरिंग डिविजन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह वृद्धि असाधारण है और लोगों की परेशानी का कारण बन रही है।

किसानों को मंडी में गेहूं का थोक भाव

जहां एक ओर आम उपभोक्ता गेहूं की कीमतों से जूझ रहे हैं वहीं दूसरी ओर किसानों को मंडियों में गेहूं का थोक भाव भी काफी अलग-अलग मिल रहा है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार किसानों को गेहूं का औसत भाव 2718 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहा है। हालांकि विभिन्न राज्यों में यह भाव अलग-अलग है।

कर्नाटक में इस साल सबसे ज्यादा थोक दाम 3402 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया है जो पिछले साल से 8.78% कम है। वहीं महाराष्ट्र में गेहूं का थोक भाव 3039.82 रुपये प्रति क्विंटल रहा जबकि पिछले साल यह 3350.22 रुपये प्रति क्विंटल था। हालांकि राष्ट्रीय औसत के आधार पर देखा जाए तो पिछले वर्ष के मुकाबले गेहूं के दाम में 6.19% की वृद्धि हो चुकी है।

आटे के दामों पर भी असर

गेहूं की कीमतों में आई इस बेलगाम वृद्धि का असर आटे के दामों पर भी पड़ रहा है। प्राइस मॉनिटरिंग डिविजन के अनुसार आटे का अधिकतम दाम 66 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है जबकि औसत कीमत 36.78 रुपये प्रति किलो और न्यूनतम दाम 30 रुपये प्रति किलो दर्ज किया गया है।

दिल्ली में आटे की कीमत 35 रुपये प्रति किलो है जम्मू-कश्मीर में यह 44.5 रुपये प्रति किलो हरियाणा में 33 रुपये प्रति किलो और महाराष्ट्र में 45.58 रुपये प्रति किलो है। यह साफ है कि गेहूं के बढ़ते दामों का सीधा असर आटे की कीमतों पर पड़ रहा है जो लोगों की परेशानी और बढ़ा रहा है।

मंडियों में गेहूं की आवक में कमी

एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इस साल मंडियों में गेहूं की आवक भी कम हो रही है। कृषि मंत्रालय के अनुसार इस साल अगस्त के पहले दो सप्ताह में 478658 टन गेहूं मंडियों में आया जबकि पिछले साल इसी अवधि में 551728 टन गेहूं मंडियों में आया था। यानी इस साल मंडियों में गेहूं की आवक में 13% की कमी दर्ज की गई है।

उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश राजस्थान गुजरात महाराष्ट्र बिहार छत्तीसगढ़ कर्नाटक पश्चिम बंगाल दिल्ली उत्तराखंड हरियाणा पंजाब और तेलंगाना की मंडियों में यह कमी साफ देखी जा रही है। यह कमी उत्पादन में आई गिरावट और बाजार की अनिश्चितता के कारण हो रही है जो गेहूं के दामों में और बढ़ोतरी का कारण बन सकती है।

प्रमुख राज्यों में आज का गेहूं का भाव

देश के प्रमुख कृषि राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश राजस्थान और हरियाणा में भी गेहूं के दामों में बढ़ोतरी देखी जा रही है।

राजस्थान: 6 सितंबर को राजस्थान की मंडियों में गेहूं का न्यूनतम दाम 2530 रुपये प्रति क्विंटल और अधिकतम दाम 2989 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की मंडियों में आज गेहूं का न्यूनतम दाम 2545 रुपये प्रति क्विंटल और अधिकतम दाम 2870 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया।
हरियाणा: हरियाणा की मंडियों में गेहूं का न्यूनतम दाम 2638 रुपये प्रति क्विंटल और अधिकतम दाम 2943 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूं का न्यूनतम दाम 2667 रुपये प्रति क्विंटल और अधिकतम दाम 3035 रुपये प्रति क्विंटल रहा।