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बजट से एक दिन पहले निवेशकों को झटका, शेयर बाजार में घबराहट, सेंसेक्स-निफ्टी लालेलाल

Share Market Opening on 22 July 2024: मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट 23 जुलाई को संसद में पेश किया जाएगा और उससे पहले आज, सोमवार को आर्थिक सर्वेक्षण आएगा।

 
Share Market Opening

कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच सोमवार को भारतीय शेयर बाजार बेहद कमजोर खुले। आज 22 जुलाई से संसद का बजट सत्र शुरू होगा और मंगलवार 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2024-25 के लिए देश का बजट पेश करेंगी. इससे पहले हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को बाजार की खराब शुरुआत देखने को मिली। पिछले हफ्ते भी निवेशकों की बिकवाली देखने को मिली जिसके चलते पूरे हफ्ते शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। तो अब बजट से एक दिन पहले भी निवेशकों को तगड़ा झटका लगा है.

शेयर बाजारों की नकारात्मक शुरुआत

वैश्विक बाजारों से कमजोर संकेतों के कारण घरेलू शेयर बाजार के बेंचमार्क सूचकांक - सेंसेक्स और निफ्टी50 - सोमवार को गिरावट के साथ खुले। शेयर बाजार के शुरुआती सत्र में सेंसेक्स 195 अंक गिरकर 80,408 पर खुला जबकि एनएसई निफ्टी ने 85 अंक गिरकर 24,445 पर दिन की शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक महिंद्रा बैंक, विप्रो प्रमुख घाटे में रहे।

शुक्रवार को जहां एशियाई बाजारों में गिरावट आई वहीं अमेरिकी शेयर बाजार भी लाल निशान में बंद हुआ। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रपति चुनाव से हटने और नए उम्मीदवार के तौर पर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को समर्थन देने की खबर का भी बाजार पर असर दिखा।

वहीं पिछले हफ्ते शुक्रवार के बाद आज शेयर बाजार में गिरावट का दूसरा दिन है जो बजट से पहले निवेश के मौके तलाश रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 738.81 अंक गिरकर 80,604.65 पर बंद हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) निफ्टी 269.95 अंक टूटकर 24,530.90 पर बंद हुआ।

शेयर बाजार को प्रभावित करने वाले कारकों को

आज वैश्विक बाजार से नरम संकेत मिल रहे हैं वहीं दूसरी ओर पिछले सप्ताह कंपनियों द्वारा घोषित तिमाही नतीजों का भी बाजार पर असर देखने को मिल सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से जो बिडेन के हटने और नए उम्मीदवार के रूप में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को उनके समर्थन का असर घरेलू शेयर बाजार पर दिख सकता है।

इसके अलावा निवेशकों की नजर आर्थिक सर्वेक्षणों, पहली तिमाही के नतीजों, घरेलू और वैश्विक व्यापक आर्थिक आंकड़ों, आम बजट से पहले कच्चे तेल की कीमतों और अन्य संबंधित या सरकारी नीति घोषणाओं पर रहेगी जो इस सप्ताह बाजार की चाल को दिशा देंगे।