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Anushka Jaiswal: महिला किसान ने 6 एकड़ में जैविक खेती से शुरू किया पॉली हाउस, अब हर साल कमा रही हैं लाखों रुपये

Anushka Jaiswal Success Story: अनुष्का की इस सफलता के पीछे सरकार की ओर से दी गई सहायता भी एक बड़ा कारण है। उन्हें सरकार से खेती करने के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी मिली जिससे उन्होंने पॉली हाउस की शुरुआत की। आज उनके पास 6 एकड़ की जमीन पर पॉली हाउस में सब्जियों की खेती हो रही है जिससे उन्हें काफी मुनाफा हो रहा है।
 
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Delhi Highlights, नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की रहने वाली अनुष्का जायसवाल ने खेती के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। दिल्ली यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने नौकरी की जगह खेती करने का फैसला किया और आज जैविक खेती के माध्यम से हर साल लाखों रुपये कमा रही हैं। 2021 में मात्र 23 साल की उम्र में अनुष्का ने लखनऊ के मोहनलालगंज इलाके के सिसेंडी गांव में एक एकड़ जमीन लीज पर लेकर पॉली हाउस खेती की शुरुआत की। आज चार साल बाद अनुष्का 6 एकड़ जमीन पर सब्जियों की खेती कर रही हैं और हर साल करीब 45 लाख रुपये की कमाई कर रही हैं।

जैविक खेती का सफर

अनुष्का ने अपने खेत में किसी भी प्रकार के केमिकल फर्टिलाइजर का उपयोग नहीं किया। उनका मानना है कि जैविक खेती से न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक सब्जियां मिलती हैं बल्कि जमीन की उर्वरता भी बनी रहती है। उन्होंने अपने खेतों में पूरी तरह से जैविक विधियों का उपयोग करके इंग्लिश ककड़ी और शिमला मिर्च की खेती की जिनकी स्थानीय बाजारों में बहुत ज्यादा मांग है।

अनुष्का ने उद्यान विभाग से पर ड्रॉप मोर क्राप योजना के तहत 90 प्रतिशत सब्सिडी प्राप्त की जिससे उनकी खेती का खर्चा कम हुआ और उत्पादन में वृद्धि हुई। अनुष्का ने बताया कि उनके एक एकड़ के पॉली हाउस से उन्होंने 50 टन इंग्लिश ककड़ी और 35 टन लाल-पीली शिमला मिर्च का उत्पादन किया। इन सब्जियों की लखनऊ की सब्जी मंडियों और शॉपिंग मॉल में काफी मांग है।

जब अनुष्का ने खेती करने का फैसला किया तब उनके पास खेती का कोई अनुभव नहीं था। लेकिन उन्होंने हार मानने के बजाय खेती की ट्रेनिंग ली और फिर जमीन लीज पर लेकर इस काम की शुरुआत की। उन्होंने अपने मजदूरों को भी टेक्नोलॉजी का उपयोग करके खेती करना सिखाया।

आज उनकी मेहनत का फल उन्हें लाखों रुपये की आमदनी के रूप में मिल रहा है। अनुष्का बताती हैं कि उनके परिवार ने भी उनका साथ दिया। उनके पिता व्यापारी हैं मां गृहिणी हैं जबकि भाई पायलट बहन वकील और भाभी सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उन्होंने बताया कि उनके फैसले को लेकर शुरू में लोगों ने सवाल उठाए लेकिन तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

सरकार की मदद से पॉली हाउस की शुरुआत

अनुष्का की इस सफलता के पीछे सरकार की ओर से दी गई सहायता भी एक बड़ा कारण है। उन्हें सरकार से खेती करने के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी मिली जिससे उन्होंने पॉली हाउस की शुरुआत की। आज उनके पास 6 एकड़ की जमीन पर पॉली हाउस में सब्जियों की खेती हो रही है जिससे उन्हें काफी मुनाफा हो रहा है। उनका कहना है कि पॉली हाउस तकनीक ने न केवल उनकी खेती के उत्पादन में बढ़ोतरी की है बल्कि सब्जियों की गुणवत्ता भी उच्च स्तर की हो गई है।

लखनऊ की मंडियों में धूम

अनुष्का की जैविक खेती से उगाई गई सब्जियां लखनऊ की सभी प्रमुख मंडियों और शॉपिंग मॉल में बेची जाती हैं। उनकी सब्जियों की ताजगी और उच्च गुणवत्ता की वजह से इन्हें खरीददारों के बीच काफी पसंद किया जा रहा है। अनुष्का बताती हैं कि स्थानीय बाजारों में उनकी सब्जियों की मांग इतनी बढ़ गई है कि उन्हें अब अपनी खेती का विस्तार करना पड़ रहा है।

महिलाओं के लिए प्रेरणा

अनुष्का जायसवाल की यह कहानी उन महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो किसी भी क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती हैं। खेती जो कभी सिर्फ पुरुषों का काम समझा जाता था आज महिलाएं भी इसमें सफलतापूर्वक कदम रख रही हैं। अनुष्का ने दिखा दिया है कि अगर मेहनत और दृढ़ निश्चय हो तो कोई भी क्षेत्र में सफलता पाई जा सकती है। उनकी यह यात्रा बताती है कि शिक्षा के साथ-साथ किसी भी कार्य में सफलता पाने के लिए सही दृष्टिकोण और तकनीकी ज्ञान होना जरूरी है। अनुष्का ने टेक्नोलॉजी का सही उपयोग कर अपनी खेती को न केवल सफल बनाया बल्कि लाखों रुपये की कमाई भी की।