DA Hike Update : केंद्रीय कर्मचारियों के लिए दिवाली का तोहफा, महंगाई भत्ते में 3% की बढ़ोतरी, खाते में आएगी बड़ी रकम

नई दिल्ली : केंद्रीय कर्मचारियों के लिए इस साल दिवाली से पहले एक शानदार तोहफा मिलने वाला है। 7वें वेतन आयोग ( 7th Pay Commission ) के तहत इस बार महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में 3% की बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है। यह बढ़ोतरी सितंबर 2024 में घोषित की जा सकती है और इसे 1 जुलाई 2024 से लागू किया जाएगा। इस निर्णय से केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स की सैलरी में अच्छा खासा इजाफा होगा जिससे उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार की संभावना है।
कब हो सकता है महंगाई भत्ते का ऐलान?
महंगाई भत्ते में इस 3% की संभावित बढ़ोतरी का ऐलान सितंबर 2024 में होने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार इस प्रस्ताव को सितंबर के दूसरे हफ्ते में विशेष रूप से 18 या 25 सितंबर को कैबिनेट की मंजूरी मिल सकती है। हालांकि अभी तक सरकार की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। लेकिन कैबिनेट की मंजूरी के बाद यह बढ़ोतरी प्रभावी हो जाएगी जिससे करोड़ों केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को इसका लाभ मिलेगा।
कितनी होगी महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी?
मौजूदा जानकारी के आधार पर महंगाई भत्ते में 3% की बढ़ोतरी का प्रस्ताव है। इससे महंगाई भत्ते की वर्तमान दर 50% से बढ़कर 53% हो जाएगी। इस बढ़ोतरी को 1 जुलाई 2024 से लागू किया जाएगा जिसका लाभ कर्मचारियों को मिलेगा। जनवरी से जून 2024 के बीच उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI-IW) के आंकड़ों के आधार पर यह निर्णय लिया गया है कि इस बार 3% की वृद्धि होगी। जून 2024 के AICPI इंडेक्स में 1.5 अंकों की बढ़ोतरी देखी गई है जिससे महंगाई भत्ते का स्कोर 53.36 हो गया है जो 3% की बढ़ोतरी का संकेत है।
महीने में कितना होगा इजाफा?
महंगाई भत्ते में इस 3% की बढ़ोतरी से केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी होगी जो कि उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाएगा। उदाहरण के लिए जिनकी बेसिक सैलरी ₹18,000 है उनके महंगाई भत्ते में ₹540 का इजाफा होगा। वहीं जिनकी बेसिक सैलरी ₹56,900 है उन्हें लगभग ₹1,707 अतिरिक्त महंगाई भत्ता मिलेगा। यह बढ़ोतरी कर्मचारियों के मासिक खर्चों को पूरा करने में मददगार साबित होगी विशेषकर महंगाई के इस दौर में।
कैसे तय होती है महंगाई भत्ते की दर?
महंगाई भत्ते की दरें उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) पर आधारित होती हैं। जब भी महंगाई बढ़ती है तो कर्मचारियों के भत्ते में भी वृद्धि की जाती है ताकि उनकी खर्च करने की क्षमता बनी रहे। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में वृद्धि का मतलब है कि बाजार में वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में वृद्धि हो रही है जिससे महंगाई बढ़ती है। इस महंगाई के प्रभाव को संतुलित करने के लिए महंगाई भत्ता बढ़ाया जाता है।
महंगाई भत्ते की गणना
महंगाई भत्ते की गणना एक निश्चित फॉर्मूले के आधार पर की जाती है जिसमें उपभोक्ता मूल्य सूचकांक का प्रमुख योगदान होता है। केंद्रीय कर्मचारी के बेसिक पे (Basic salary) के साथ यह प्रतिशत जोड़कर महंगाई भत्ता तय किया जाता है। जैसे-जैसे महंगाई बढ़ती है उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में वृद्धि होती है और इसी के आधार पर महंगाई भत्ता बढ़ाया जाता है। वर्तमान में जुलाई 2024 से इस नए महंगाई भत्ते को लागू किया जाएगा जिससे कर्मचारियों को एरियर के तौर पर जुलाई और अगस्त के महीनों का भुगतान भी किया जाएगा।