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HDFC बैंक ने ग्राहकों को दिया बड़ा झटका, टूट जाएगा सस्ते होम लोन का सपना, कर दिया ये बड़ा ऐलान

HDFC Bank Home Loan : एचडीएफसी बैंक ने अपने एमसीएलआर को संशोधित किया है जिसमें 3 महीने की अवधि के लिए 5 बीपीएस की बढ़ोतरी की गई है। बैंक ने बाकी समय के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है लेकिन 3 महीने की अवधि के लिए एमसीएलआर अब 9.25 फीसदी से बढ़ाकर 9.30 फीसदी कर दी गई है।
 
HDFC Bank Home Loan

एचडीएफसी बैंक से लोन लेने की सोच रहे ग्राहकों के लिए अब एक बड़ी चुनौती सामने आई है। बैंक ने अपने लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है जिससे ग्राहकों को लोन चुकाने के लिए बड़ी रकम देनी होगी। बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में बदलाव करते हुए ब्याज दरों को बढ़ा दिया है जो 7 सितंबर से लागू हो चुकी हैं। इन संशोधित दरों का असर सभी प्रकार के लोन पर पड़ेगा जिससे अब एचडीएफसी बैंक से उधार लेना महंगा हो गया है।

एचडीएफसी बैंक की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार ब्याज दर में 5 बेसिस प्वाइंट (BPS) की बढ़ोतरी की गई है। इसके साथ ही बैंक की नई ब्याज दरें 9.10 प्रतिशत से लेकर 9.45 प्रतिशत तक होंगी जो अब सीधे तौर पर ग्राहकों की जेब पर असर डालेंगी। आइए जानते हैं कि यह बढ़ोतरी कितनी और किस प्रकार लागू की गई है।

ब्याज दरों में हुआ यह बड़ा बदलाव

एचडीएफसी बैंक ने अपने एमसीएलआर को संशोधित किया है जिसमें 3 महीने की अवधि के लिए 5 बीपीएस की बढ़ोतरी की गई है। बैंक ने बाकी समय के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है लेकिन 3 महीने की अवधि के लिए एमसीएलआर अब 9.25 फीसदी से बढ़ाकर 9.30 फीसदी कर दी गई है। बैंक के विभिन्न कार्यकालों के लिए ब्याज दरें अब इस प्रकार हैं:

1 महीने की अवधि: 9.10%
3 महीने की अवधि: 9.30% (पहले 9.25%)
6 महीने की अवधि: 9.40%
1 साल की अवधि: 9.45%
2 साल की अवधि: 9.45%
3 साल की अवधि: 9.45%

इस वृद्धि के बाद से सभी प्रकार के लोन महंगे हो गए हैं। विशेषकर गृह ऋण वाहन ऋण और व्यक्तिगत ऋण पर इसका अधिक प्रभाव पड़ेगा जहां ब्याज दरें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

एचडीएफसी बैंक के लोन पर असर

इस ब्याज दर में बदलाव का सीधा असर उन ग्राहकों पर पड़ेगा जो एचडीएफसी बैंक से लोन लेने की योजना बना रहे हैं। इसके साथ ही मौजूदा ग्राहकों को भी अपने लोन की ईएमआई में वृद्धि देखने को मिल सकती है। फ्लोटिंग रेट लोन वाले ग्राहकों को विशेष रूप से इस बदलाव का सामना करना होगा क्योंकि ब्याज दरें रेपो रेट पर आधारित होती हैं जो कि आरबीआई द्वारा समय-समय पर बदली जाती हैं।

एचडीएफसी बैंक द्वारा प्रदान किए जाने वाले एडजस्टेबल-रेट लोन जिन्हें फ्लोटिंग-रेट लोन भी कहा जाता है में भी यह बढ़ोतरी लागू होगी। इस प्रकार के लोन में ब्याज दरें एक निश्चित अवधि के बाद बदल जाती हैं और यह रेपो रेट पर निर्भर करती हैं। फिलहाल आरबीआई द्वारा रेपो रेट 6.50% पर रखी गई है और उसी के आधार पर लोन की ब्याज दरें तय होती हैं।

अन्य बैंकों ने भी बढ़ाई ब्याज दरें

केवल एचडीएफसी बैंक ही नहीं बल्कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने भी हाल ही में अपनी ब्याज दरों में वृद्धि की है। एसबीआई ने पिछले महीने अपने एमसीएलआर में 10 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की थी। इसके बाद एसबीआई की ब्याज दरें 8.20% से 9.1% के बीच हो गई हैं।

एसबीआई के रातोरात एमसीएलआर को बढ़ाकर 8.20% कर दिया गया है जबकि 1 महीने और 3 महीने के लिए यह दरें क्रमशः 8.45% और 8.5% हो गई हैं। यह दरें संकेत देती हैं कि लोन लेना अब और भी महंगा हो गया है और ग्राहकों को अब सभी बैंकों में लोन की बढ़ी हुई ब्याज दरों का सामना करना पड़ेगा।

फ्लोटिंग रेट और फिक्स्ड रेट लोन का अंतर

एचडीएफसी बैंक फ्लोटिंग रेट और फिक्स्ड रेट दोनों प्रकार के लोन प्रदान करता है। फ्लोटिंग रेट लोन का मतलब है कि ब्याज दर समय-समय पर बदलती रहती है और यह आरबीआई के रेपो रेट पर आधारित होती है। दूसरी ओर फिक्स्ड रेट लोन में ब्याज दर एक निश्चित समय के लिए स्थिर रहती है और उस अवधि के दौरान कोई बदलाव नहीं होता।

एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के अनुसार फ्लोटिंग रेट लोन लेने वाले ग्राहकों को शुरुआत में ब्याज दर एक निश्चित समय के लिए दी जाती है और बाद में यह समायोज्य दर में परिवर्तित हो जाती है। यह समायोज्य दरें भी पॉलिसी रेपो रेट पर आधारित होती हैं जो कि आरबीआई की मौद्रिक नीति के अनुसार बदलती रहती हैं।

लोन लेने से पहले करें यह सावधानी

यदि आप एचडीएफसी बैंक से या किसी अन्य बैंक से लोन लेने की योजना बना रहे हैं तो आपको ब्याज दरों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। ब्याज दरों में बढ़ोतरी के कारण आपकी ईएमआई में बढ़ोतरी हो सकती है जो कि आपके मासिक बजट पर अतिरिक्त बोझ डाल सकती है। इसलिए लोन लेने से पहले ब्याज दरों की सही जानकारी प्राप्त करें और अपनी वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए फैसला लें।