Rahul Sharma: मुकेश अंबानी को कड़ी टक्कर देगी माइक्रोमैक्स, ओटीटी और एआई हार्डवेयर में होगी धुआंधार एंट्री
Who is Rahul Sharma: मुकेश अंबानी की जियो पहले से ही ओटीटी क्षेत्र में एक मजबूत खिलाड़ी है। Jio ऐप पर डिज्नी+हॉटस्टार और कई अन्य प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म पहले से ही उपलब्ध हैं। जियो की व्यापक पहुंच और उसके प्लेटफॉर्म पर कंटेंट की विविधता ने उसे इस बाजार में एक बड़ा नाम बना दिया है।

Micromax New Business : माइक्रोमैक्स के सह-संस्थापक और सीईओ राहुल शर्मा ने एक नया व्यवसाय शुरू करने का फैसला किया है। उनकी योजना एक ओटीटी (over the top) कंटेंट ऐप विकसित करने की है जिसमें एक साथ कई ओटीटी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म मौजूद होंगे। नया ऐप मुकेश अंबानी की जियो और अन्य बड़ी कंपनियों के लिए कड़ी चुनौती पेश कर सकता है।
राहुल शर्मा फिलहाल ऐप को बड़े पैमाने पर लॉन्च करने के लिए चीन और अन्य देशों की कंपनियों के साथ साझेदारी की बातचीत कर रहे हैं। जिस तरह से ओटीटी बाजार फलफूल रहा है उसमें माइक्रोमैक्स के प्रवेश से प्रतिस्पर्धा और बढ़ सकती है।
ओटीटी मार्केट पर जियो का कब्जा!
मुकेश अंबानी की जियो पहले से ही ओटीटी क्षेत्र में एक मजबूत खिलाड़ी है। Jio ऐप पर डिज्नी+हॉटस्टार और कई अन्य प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म पहले से ही उपलब्ध हैं। जियो की व्यापक पहुंच और उसके प्लेटफॉर्म पर कंटेंट की विविधता ने उसे इस बाजार में एक बड़ा नाम बना दिया है।
हालाँकि माइक्रोमैक्स के नए कदम से जियो को कड़ी टक्कर मिल सकती है। खासकर तब जब राहुल शर्मा एक कंटेंट ऐप लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं जो एक ही स्थान पर कई स्ट्रीमिंग सेवाएं प्रदान करेगा। यह न सिर्फ यूजर्स के लिए सुविधाजनक होगा बल्कि इसे जियो जैसे बड़े प्लेयर्स के लिए चुनौती भी माना जा रहा है।
एआई हार्डवेयर में भी प्रवेश करें
माइक्रोमैक्स की योजनाएं ओटीटी कंटेंट ऐप्स तक सीमित नहीं हैं। कंपनी एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) हार्डवेयर क्षेत्र में भी कदम रख रही है। इसके लिए ताइवानी कंपनियों से बातचीत चल रही है। हाल ही में माइक्रोमैक्स ने ग्रेटर नोएडा में वीवो की मोबाइल फोन फैक्ट्री का अधिग्रहण कर लिया है जिससे कंपनी का हार्डवेयर विनिर्माण क्षेत्र में प्रवेश सुनिश्चित हो गया है।
इस फैक्ट्री में माइक्रोमैक्स अपने वेंचर के साथ मिलकर मोबाइल फोन आईटी हार्डवेयर और ऑटोमोटिव पार्ट्स का निर्माण करेगी। इसके अलावा कंपनी एआई डेटा सेंटर तैयार करने की भी योजना बना रही है जिससे भविष्य की डेटा मांगों को पूरा करने के लिए माइक्रोमैक्स की स्थिति और मजबूत होगी।
माइक्रोमैक्स की वापसी की तैयारी
माइक्रोमैक्स एक समय मोबाइल फोन बाजार में अपने प्रभुत्व के लिए जाना जाता था। कंपनी ने साल 2008 में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग शुरू की और सस्ते स्मार्टफोन बनाने में अपनी पहचान बनाई। एक दौर था जब माइक्रोमैक्स ने सैमसंग जैसी दिग्गज कंपनियों को पछाड़ दिया था।
हालाँकि समय के साथ प्रतिस्पर्धा और बदलती बाज़ार माँगों के कारण माइक्रोमैक्स धीरे-धीरे बाज़ार से गायब हो गया। अब कंपनी फिर से वापसी की तैयारी कर रही है और नए कारोबार में अपनी पकड़ मजबूत करने की रणनीतियों पर काम कर रही है।
माइक्रोमैक्स के संस्थापक
राहुल शर्मा ने 2000 में अपने पिता से मिले 3 लाख रुपये से माइक्रोमैक्स की शुरुआत की थी। उन्होंने अपने दोस्तों राजेश अग्रवाल विकास जैन और सुमीत अरोड़ा के साथ माइक्रोमैक्स इंफॉर्मेटिक्स की स्थापना की।
2017 में उन्होंने भारत की पहली AI आधारित इलेक्ट्रिक बाइक लॉन्च की जो तकनीकी नवाचारों में उनकी रुचि का एक उदाहरण है। राहुल शर्मा की पर्सनल लाइफ की बात करें तो उनकी पत्नी बॉलीवुड एक्ट्रेस आसिम उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ का अहम हिस्सा हैं।
माइक्रोमैक्स का नया बिजनेस मॉडल
राहुल शर्मा का माइक्रोमैक्स को ओटीटी और एआई हार्डवेयर जैसे नए क्षेत्रों में लाने का फैसला इस बात का संकेत है कि कंपनी अपनी पुरानी पहचान को पीछे छोड़कर नई ऊंचाइयों तक पहुंचने की तैयारी कर रही है।
माइक्रोमैक्स के इस नए बिजनेस मॉडल में मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग आईटी हार्डवेयर ऑटोमोटिव पार्ट्स और एआई डेटा सेंटर शामिल होंगे। इसके अलावा कंपनी ओटीटी प्लेटफॉर्म के जरिए डिजिटल कंटेंट की दुनिया में बड़ा योगदान देने की भी योजना बना रही है।
मुकेश अंबानी को चुनौती
राहुल शर्मा की नई एंट्री मुकेश अंबानी के लिए बड़ी चुनौती हो सकती है। जहां जियो पहले से ही ओटीटी और डिजिटल कंटेंट में मजबूत स्थिति में है वहीं माइक्रोमैक्स का यह नया ऐप जियो को टक्कर देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
राहुल शर्मा ने हमेशा बाजार में चुनौतीपूर्ण कदम उठाए हैं और इस बार भी उनकी योजना बड़े खिलाड़ियों को चुनौती देने की है। माइक्रोमैक्स का यह कदम न सिर्फ कंपनी के लिए एक नया अवसर है बल्कि ओटीटी और एआई हार्डवेयर सेक्टर में भी नए बदलाव की उम्मीद है।