2000 रुपये के नोट को लेकर आरबीआई का नया अपडेट, अभी भी 7261 करोड़ रुपये के नोट बाजार में मौजूद

Delhi highlights (ब्यूरो)। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में 2000 रुपये के नोटों को लेकर एक बड़ा अपडेट जारी किया है। केंद्रीय बैंक ने बताया है कि 19 मई 2023 को सर्कुलेशन से बाहर किए जाने के बाद से अब तक 2000 रुपये के कुल नोटों में से 97 प्रतिशत से ज्यादा की वापसी हो चुकी है। हालांकि अभी भी 7261 करोड़ रुपये मूल्य के नोट लोगों के पास बचे हुए हैं। यह जानकारी इस बात की ओर इशारा करती है कि सरकार और आरबीआई की सभी कोशिशों के बावजूद कुछ लोग अभी भी इन गुलाबी नोटों को अपने पास संभालकर रखे हुए हैं।
क्यों बंद हुए 2000 रुपये के नोट?
19 मई 2023 को आरबीआई ने अपनी क्लीन नोट पॉलिसी (Clean Note Policy) के तहत 2000 रुपये के नोट को सर्कुलेशन से वापस लेने की घोषणा की थी। इस कदम का मुख्य उद्देश्य उन नोटों को हटाना था जिनका इस्तेमाल सामान्य लेन-देन में कम हो रहा था और जिनकी जगह पर छोटे मूल्य के नोटों का इस्तेमाल अधिक हो रहा था। जब इस निर्णय की घोषणा की गई तो उस समय 2000 रुपये के नोट का कुल मूल्य साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये था।
कैसे हुई नोटों की वापसी?
केंद्रीय बैंक ने 23 मई 2023 से 30 सितंबर 2023 तक की समय सीमा दी थी जिसमें लोगों से कहा गया था कि वे अपने पास मौजूद 2000 रुपये के नोटों को अपने नजदीकी बैंक शाखा में जमा या बदल सकते हैं। लेकिन इस डेडलाइन के समाप्त होने के बाद भी आरबीआई ने लोगों को राहत देते हुए इसे और आगे बढ़ा दिया। इस समय तक 2000 रुपये के कुल 97.96 प्रतिशत नोट बैंकों में जमा हो चुके हैं।
अभी भी 7261 करोड़ रुपये के नोट बाजार में
आरबीआई के अनुसार अब भी 7261 करोड़ रुपये मूल्य के 2000 रुपये के नोट बाजार में मौजूद हैं जिन्हें अभी तक बैंकों में जमा नहीं किया गया है। यह आंकड़ा चिंताजनक हो सकता है क्योंकि यह दर्शाता है कि कुछ लोग अभी भी इन नोटों को वापस करने में हिचकिचा रहे हैं जबकि आरबीआई ने साफ कर दिया है कि ये नोट अब कानूनी तौर पर सर्कुलेशन में नहीं हैं।
अभी भी जमा करने का मौका
अगर आपके पास अभी भी 2000 रुपये के नोट हैं तो चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। आरबीआई ने साफ किया है कि आप इन नोटों को अब भी जमा कर सकते हैं लेकिन यह काम अब केवल आरबीआई के 19 क्षेत्रीय कार्यालयों में ही हो सकता है। इनमें लखनऊ, कानपुर, जयपुर, अहमदाबाद, बेंगलुरु, बेलापुर, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी, हैदराबाद, जम्मू, कोलकाता, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना और तिरुवनंतपुरम शामिल हैं।
नोटबंदी के बाद 2000 रुपये का नोट
नवंबर 2016 में जब 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद किया गया था तब आरबीआई ने 2000 रुपये के नोटों को बाजार में पेश किया था। इसका उद्देश्य था मुद्रा की किल्लत को दूर करना और अर्थव्यवस्था में लेन-देन को सरल बनाना। लेकिन समय के साथ यह नोट अपने उद्देश्य से पीछे हट गया और इसका उपयोग कम हो गया।