क्या RBI के कदम से कैशलेस इंडिया होगा सफल? इन छोटे नोटों की छपाई होगी बंद

RBI stopped printing Notes : भारत के बाजारों से लगातार 10, 20 और 50 रुपये के नोट गायब हो रहे हैं। इस समस्या को लेकर कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा जिसमें बताया गया कि छोटे नोटों की कमी से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोग परेशान हो रहे हैं। रिपोर्टों के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इन नोटों की छपाई बंद कर दी है जिसका मुख्य कारण डिजिटल और कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देना बताया जा रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों की समस्या
मणिकम टैगोर के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में लोग डिजिटल लेन-देन से कम जुड़े हुए हैं और कैश पर अधिक निर्भर हैं। दिहाड़ी मजदूर और छोटे व्यापारियों जैसे रेहड़ी-पटरी वालों के लिए छोटे नोटों की कमी एक बड़ी समस्या बन गई है। कई स्थानों पर छोटे नोटों की मांग इतनी बढ़ गई है कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोग दैनिक लेन-देन में कठिनाई का सामना कर रहे हैं। टैगोर ने इस मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई की मांग की।
वित्त मंत्री से मांगें
कांग्रेस नेता ने तीन मांगें रखी हैं:
- आरबीआई को छोटे नोटों की छपाई फिर से शुरू करने का निर्देश दिया जाए।
- यह सुनिश्चित किया जाए कि छोटे नोटों की आपूर्ति पर्याप्त हो ताकि लोगों की मांग पूरी हो सके।
- गांवों में डिजिटल पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा दिया जाए ताकि लोग डिजिटल ट्रांजेक्शन के साथ सामंजस्य बिठा सकें।
लोकसभा में चर्चा
यह मुद्दा लोकसभा में उठाया गया और वित्त मंत्री से इस पर कार्रवाई करने की अपील की गई है। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी आबादी भी इस समस्या का सामना कर रही है।