बिहार के इन 3 जिलों की बल्ले-बल्ले, 5500 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा 127 किलोमीटर लंबा हाईवे

Patna Gaya Dobhi Road : पटना-गया-डोभी फोरलेन हाईवे (NH-83) का निर्माण कार्य पिछले एक साल से बाधित था, लेकिन अब इसमें आ रही बाधाएं दूर हो गई हैं। जिला प्रशासन ने पटना बाइपास से नाथूपुर के बीच मिसिंग लिंक रोड से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पूरी कर ली है। पटना-गया-डोभी फोरलेन हाईवे बिहार राज्य में एक खास सड़क परियोजना है। यह हाईवे पटना, गया और डोभी को जोड़ता है जो न केवल स्थानीय यातायात के लिए बल्कि राज्य के आर्थिक विकास के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। 127 किलोमीटर लंबे इस फोरलेन हाईवे की कुल लागत 5500 करोड़ रुपये है।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई
जिला प्रशासन ने पटना बाइपास से नाथूपुर के बीच मिसिंग लिंक रोड से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पूरी कर ली है। स्थल निरीक्षण के दौरान डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सदर अनुमंडल पदाधिकारी को एनएचएआई के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया ताकि निर्माण कार्य तेजी से हो सके।
मिसिंग लिंक रोड का निर्माण
एनएचएआई ने 96 करोड़ रुपये की लागत से 2.8 किलोमीटर लंबे मिसिंग लिंक रोड के निर्माण को मंजूरी दी है। एजेंसी को एक साल में काम पूरा करने का जिम्मा दिया गया है। इस मिसिंग लिंक रोड का निर्माण पटना-गया-डोभी फोरलेन हाईवे की समग्र यात्रा को सुगम बनाएगा और यात्रा के समय को कम करेगा।
निर्माण में आ रही बाधाओं का समाधान
डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने पटना सदर और मसौढ़ी के अनुमंडल पदाधिकारियों को स्थानीय लोगों द्वारा सड़क के बैरिकेड काटने की घटनाओं पर कड़ा संज्ञान लेने और अवैध कट बंद करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा चिहुट और सुईथा की सीमा पर गुजरने वाली 132000 केवी ट्रांसमिशन लाइन की ऊंचाई कम हो जाने से उत्पन्न दुर्घटना की आशंका को देखते हुए मसौढ़ी विद्युत प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को इस समस्या का समाधान करने के लिए निर्देशित किया गया है।
बिहटा-सरमेरा रोड पर कार्रवाई
बिहटा-सरमेरा रोड (एसएच-78) पर लगे कैंप को भी हटाने का निर्देश दिया गया है। इससे स्थानीय यातायात को सुगम बनाने में मदद मिलेगी और सड़क निर्माण कार्यों में भी तेजी आएगी।