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यूपी में बिछेगी 240 किमी लंबी नई रेल लाइन, 4,940 करोड़ की लागत से होगा काम

Khalilabad-Balrampur-Bahraich Railway Line: उत्तर प्रदेश में खलीलाबाद-बलरामपुर-बहराइच रेल लाइन की घोषणा 2017 में तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने की थी। इस नई रेलवे लाइन की कुल लंबाई 240 किलोमीटर होगी और इसकी लागत 4939.78 करोड़ रुपये आंकी गई है।

 
Khalilabad-Balrampur-Bahraich Railway Line

New Railway Line in UP: बहराइच से श्रावस्ती होते हुए खलीलाबाद तक नई रेल लाइन की प्रस्तावित योजना को लेकर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज हो गई है। भूमि अध्याप्ति अधिकारी के नेतृत्व में भूमि की तलाश शुरू कर दी गई है और आगामी दो महीनों में भूमि अधिग्रहण का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद रेल मंत्रालय मुआवजे की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा।

भारत सरकार की ओर से प्रस्तावित इस नई रेल लाइन परियोजना का मुख्य उद्देश्य बहराइच, श्रावस्ती और खलीलाबाद को रेलवे नेटवर्क से जोड़ना है। यह परियोजना 4940 करोड़ रुपये की लागत से पूरी होगी और इसके तहत लगभग 240 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस परियोजना से हजारों लोगों को लाभ मिलेगा और क्षेत्र में आवागमन की सुविधा में भी सुधार होगा।

बहराइच में भूमि अधिग्रहण का काम शुरू

तहसील बहराइच के ग्राम हटवा रायब, इटौझा, रेवली, चुरैला, अशोका, नगरौर एवं अमीनपुर नगरौर की भूमि अधिग्रहित की जा रही है। इस परियोजना के लिए खलीलाबाद और सिद्धार्थनगर समेत अन्य जिलों में भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई पहले से शुरू हो चुकी थी लेकिन बहराइच में इस कार्य की रफ्तार धीमी थी। अब रेल मंत्रालय के पत्र मिलने के बाद जिला प्रशासन ने सर्वे का कार्य शुरू कर दिया है।

सर्वे कार्य के लिए भूमि अध्याप्ति अधिकारी की ओर से टीमों का गठन किया गया है। बहराइच-खलीलाबाद नई रेल लाइन के लिए रेलवे की ओर से प्रस्तुत किए गए भूमि अधिग्रहण प्रस्ताव पर भूमि अध्याप्ति अधिकारी व नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर की देखरेख में नौ गांवों में परिसंपत्तियों का आकलन किया जा रहा है। इस सर्वे में यह देखा जा रहा है कि अर्जन क्षेत्र में कौन-कौन सी परिसंपत्तियां प्रभावित होंगी ताकि मुआवजे की प्रक्रिया सही ढंग से हो सके।

मुआवजे की प्रक्रिया और अधिग्रहण क्षेत्र

रेल लाइन के निर्माण के लिए 40 मीटर की चौड़ाई में भूमि ली जाएगी। अर्जन क्षेत्र में प्रभावित होने वाली परिसंपत्तियों का परीक्षण कराया जा रहा है। जांच में जो भी परिसंपत्तियां पाई जाएंगीउनका भी नियमानुसार मुआवजा दिलाया जाएगा। भूमि अधिग्रहण के दौरान प्रभावित होने वाले लोगों को उचित मुआवजा प्रदान किया जाएगा ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।

भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू होने से स्थानीय लोगों में उम्मीद जगी है कि इस रेल परियोजना के पूरा होने से क्षेत्र में विकास की गति तेज होगी। रेल सेवा से न केवल यात्रियों को सुविधा होगीबल्कि वाणिज्यिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी। इस परियोजना के माध्यम से बहराइच, श्रावस्ती और खलीलाबाद के बीच यात्रा करने वाले लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी।

बहराइच-खलीलाबाद नई रेल लाइन परियोजना से हजारों लोगों को लाभ होगा। वर्ष 2018 में सरकार ने नीति आयोग की स्वीकृति के बाद इस परियोजना को मंजूरी दी थी। इस परियोजना का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के इन जिलों को बेहतर रेल नेटवर्क से जोड़ना है जिससे आवागमन में आसानी हो और क्षेत्र का आर्थिक विकास हो सके।

परियोजना के तहत बहराइच, श्रावस्ती और खलीलाबाद के बीच 240 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस रेल लाइन के निर्माण से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। इसके अलावा परियोजना के पूरा होने से क्षेत्र में व्यापार और वाणिज्यिक गतिविधियों में वृद्धि होगी जिससे क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा।