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यूपी के इन गांवों से होकर निकलेगा एक और एक्सप्रेसवे, 500 हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण, किसानों को मिलेगा मौटा मुआवजा

Agra-Gwalior Expressway: नया आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे जो एक छह लेन का हाईस्पीड कॉरिडोर होगा 100 किमी प्रति घंटे की गति से यात्रा की सुविधा प्रदान करेगा। इससे न केवल यात्रा का समय घटेगा बल्कि सड़क पर यातायात भी सुगम होगा। इस परियोजना की लागत लगभग 4613 करोड़ रुपये है और यह आगरा के देवरी गांव से शुरू होकर ग्वालियर के सुसेरा गांव में समाप्त होगा।
 
Agra-Gwalior Expressway

Six lane expressway: आगरा और ग्वालियर के बीच एक नया और अत्याधुनिक एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन है जो क्षेत्रीय परिवहन को नई दिशा देने वाला है। यह 88 किलोमीटर लंबा हाईस्पीड कॉरिडोर 2027 तक पूरा होने की उम्मीद है और इसके माध्यम से आगरा और ग्वालियर के बीच की यात्रा समय में काफी कमी आएगी। वर्तमान में यह दूरी 121 किमी है जो इस नए एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद घटकर केवल 88 किमी रह जाएगी।

नया आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे जो एक छह लेन का हाईस्पीड कॉरिडोर होगा 100 किमी प्रति घंटे की गति से यात्रा की सुविधा प्रदान करेगा। इससे न केवल यात्रा का समय घटेगा बल्कि सड़क पर यातायात भी सुगम होगा। इस परियोजना की लागत लगभग 4613 करोड़ रुपये है और यह आगरा के देवरी गांव से शुरू होकर ग्वालियर के सुसेरा गांव में समाप्त होगा।

इस परियोजना के लिए कुल 502.11 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा जिसमें से 3.18 हेक्टेयर भूमि वन क्षेत्र की होगी। आगरा में सदर और खेरागढ़ तहसील के 15 गांवों की 153 हेक्टेयर और मध्य प्रदेश के 18 गांवों की 151 हेक्टेयर भूमि को अधिग्रहित किया जाएगा। इस प्रक्रिया के तहत 90 प्रतिशत भूमि समतल और 10 प्रतिशत बीहड़ की होगी।

नेशनल हाइवे अथॉरिटी ने पर्यावरण मंत्रालय में पर्यावरण स्वीकृति के लिए आवेदन किया है ताकि परियोजना के पर्यावरणीय प्रभाव को नियंत्रित किया जा सके और सुनिश्चित किया जा सके कि यह क्षेत्रीय पर्यावरण को न्यूनतम नुकसान पहुंचाए।

नया हाईस्पीड कॉरिडोर 60 मीटर चौड़ा होगा और इसमें केवल एक टोल प्लाजा होगा। यात्रियों की सुविधा के लिए इस एक्सप्रेसवे पर फर्स्ट एड, रेस्ट शेल्टर, टॉयलेट, पेयजल, रेस्टोरेंट, कैफे, एंबुलेंस, क्रेन, हाइवे पेट्रोलिंग, बस और ट्रक लेन जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके अतिरिक्त, पेट्रोल पंप, ईवी चार्जिंग स्टेशन और सीएनजी की सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।

निर्माण कार्य के अंतर्गत 47 पुलिया, 4 छोटे पुल, 5 बड़े पुल, 1 रेल ओवरब्रिज और 6 फ्लाईओवर शामिल होंगे। यह एक्सप्रेसवे कई महत्वपूर्ण नहरों और नदियों को पार करेगा जिनमें इरादत नगर रजवाह, खारी नदी, चंबल नदी, कुवारी नदी, असान नदी, सांख नदी, भिंड मुख्य नहर और चंबल मुख्य नहर शामिल हैं।

इस एक्सप्रेसवे का निर्माण धौलपुर-राजाखेड़ा और मुरैना-अंबाह स्टेट हाइवे को पार करेगा और सैंया-शमशाबाद रोड तथा ताल सेमरी-देवरी रोड के ऊपर से जाएगा। आगरा फतेहाबाद रेलवे लाइन के ऊपर एक रेल ओवरब्रिज भी बनाया जाएगा जिससे ट्रेनों की आवाजाही में कोई रुकावट नहीं होगी।