हरियाणा में 1 अक्टूबर को होगा Assembly Elections, जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर से 3 चरणों में चुनाव, आचार संहिता लागू

चंडीगढ़, 16 अगस्त: भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) ने Haryana और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। Haryana में चुनाव एक अक्टूबर को एक चरण में होंगे जबकि जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर से तीन चरणों में मतदान होगा। दूसरा चरण 25 सितंबर और तीसरा चरण 1 अक्टूबर को होगा।
दोनों राज्यों में मतगणना 4 अक्टूबर को होगी
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में 90 निर्वाचन क्षेत्रों में 87.09 लाख मतदाता हैं जिनमें 42.6 लाख महिलाएं हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, "संसदीय चुनावों के बाद जम्मू-कश्मीर में परिदृश्य बदल गया है; लोकतंत्र की परतें मजबूत हुई हैं।" उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर और Haryana के लिए मतदाता सूचियों को क्रमशः 20 और 27 अगस्त को अंतिम रूप दिया जाएगा।"
Haryana में राज्य विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर को समाप्त होने वाला है और राज्य में 90 विधानसभा क्षेत्रों - 73 सामान्य और 17 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित - के लिए चुनाव होने हैं।
आयोग की दो दिवसीय समीक्षा यात्रा के दौरान राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों अर्थात् आम आदमी पार्टी भारतीय जनता पार्टी, सीपीआई (एम), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारतीय राष्ट्रीय लोकदल और जननायक जनता पार्टी के प्रतिनिधियों ने आयोग से मुलाकात की।
राजनीतिक दलों द्वारा उठाए गए मुख्य मुद्दों में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना और संवेदनशील मतदान केंद्रों में पर्याप्त केंद्रीय बलों की तैनाती शामिल थी। कुछ दलों ने पंचकूला में मृत और स्थानांतरित मतदाताओं को हटाने के साथ मतदाता सूची को अद्यतन करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार राज्य में 2.01 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं जिनमें लगभग 1.06 करोड़ पुरुष और 95 लाख महिला मतदाता हैं।
राज्य में 4.52 लाख से अधिक पहली बार मतदाता (18-19 वर्ष) 2.55 लाख 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक और 1.5 लाख दिव्यांग मतदाता पंजीकृत हैं। 10,000 से अधिक मतदाता 100 वर्ष से अधिक आयु के हैं।
26 अक्टूबर 2014 को जब मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री बने थे तब वे राजनीति में नौसिखिए थे। हालांकि 2019 में उनकी पार्टी 90 सदस्यीय विधानसभा में आधे से ज़्यादा सीटें हासिल करने में विफल रही। खट्टर अब केंद्रीय मंत्री हैं।
2024 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली मुख्य विपक्षी पार्टी ने पांच सीटें जीतीं जबकि भाजपा ने बराबर सीटें जीतीं। 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने सभी 10 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल की।