सिरसा से कांग्रेस प्रत्याशी गोकुल सेतिया का चुनाव प्रचार जोरों पर, सत्ताधारी पार्टी पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

सिरसा के कांग्रेस प्रत्याशी गोकुल सेतिया (Congress candidate Gokul Setia) ने अपनी चुनावी रणनीति तेज कर दी है. वे अलग-अलग वार्डों में जाकर लोगों से संपर्क कर रहे हैं. उनकी जनसभाओं में भारी भीड़ उमड़ रही है. सेतिया ने कहा कि सिरसा की जनता सत्ता पक्ष के खोखले वादों में नहीं फंसेगी।
गोकुल सेतिया ने कई सार्वजनिक सभाओं में बात की और लोगों पर भरोसा जताया कि वे सच्चाई और विकास के साथ हैं. उन्होंने सत्ता पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा 'पार्टी ने विकास के बड़े-बड़े वादे किए हैं लेकिन हकीकत कुछ और है। उन्होंने कहा कि लोगों की गाढ़ी कमाई लूट ली गयी है.
सेतिया ने यह भी कहा कि विकास परियोजनाओं पर करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी हकीकत यह है कि कुछ खास नहीं हुआ है. सेतिया ने नगर परिषद में हुए घोटाले का जिक्र करते हुए सवाल किया कि जो लोग इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार थे वे विकास की बात कैसे कर सकते हैं.
सेतिया की सार्वजनिक सभाओं में उनका जोरदार स्वागत किया गया। लोगों ने उन्हें फूल-मालाओं से लाद दिया और जीत की कामना की. ये सब दिखाता है कि जनता उनके साथ खड़ी है. उन्होंने यह भी कहा कि अन्य राजनीतिक दल उनके खिलाफ एकजुट हो गये हैं. लेकिन सेतिया को भरोसा है कि जनता उनकी चाल समझ चुकी है.
सेतिया ने अपने विरोधियों पर उन पर झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ अफवाह फैलाई गई कि उन्होंने बीजेपी नेता के बेटे पर हमला करने के लिए लोगों को भेजा है. जब वह एक सार्वजनिक बैठक में व्यस्त थे. सेतिया ने इसे हताशा का इलाज बताया। उन्होंने कहा कि ये कोशिशें अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए की जा रही हैं.
गोकुल सेतिया ने यह भी कहा कि अब समय आ गया है जब लोगों को समझना होगा कि वास्तविक विकास क्या है. उन्होंने चुनावी मुद्दों पर भी जोर दिया और कहा कि जब तक लोग जागरूक नहीं होंगे तब तक सत्ताधारी पार्टी के वादों पर विश्वास करना सही नहीं होगा.
सेतिया ने विकास के प्रति अपना दृष्टिकोण बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद वह लोगों की समस्याओं का समाधान करेंगे और वास्तविक विकास को प्राथमिकता देंगे.
इस चुनावी माहौल में सत्ताधारी दल की स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं. सेतिया ने कहा कि अब सिरसा की जनता जागरूक हो गई है और अपने हक के लिए आवाज उठाने को तैयार है. उन्होंने सत्ता पक्ष के वादों को खारिज करते हुए कहा कि विकास के लिए सिर्फ वादे करना काफी नहीं है.