इंटरनेशनल एयरपोर्ट के चलते यूपी में बसाया जाएगा एक और नया शहर, योगी सरकार ने लिया फैसला

Delhi highlights (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश का नोएडा शहर अपने टूरिज्म नाइटलाइफ और उत्कृष्ट सुविधाओं के कारण पूरे देश में प्रसिद्ध है। इसे यूपी की 'स्टार सिटी' कहा जाता है जिसने राज्य को एक नई ऊंचाई पर पहुँचाया है। अब यूपी सरकार ने एक और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए एक नया शहर बसाने का फैसला किया है जो आगरा के नजदीक स्थापित किया जाएगा। यह योजना राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की वजह से बढ़ने वाली आबादी के लिए एक नया समाधान प्रदान करेगी।
नोएडा से 190 किमी दूर बनेगा नया शहर
हाल ही में सामने आई रिपोर्ट्स के अनुसार नया शहर नोएडा से करीब 190 किमी दूर बसाया जाएगा। यह शहर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट या जेवर एयरपोर्ट से लगभग 150 किमी की दूरी पर स्थित होगा। यह नया शहर करीब 10500 हेक्टेयर में फैला होगा जो क्षेत्रफल में नोएडा से लगभग आधा होगा। इस नए शहर की योजनाओं को साकार करने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने 10 साल का मास्टरप्लान तैयार करने के लिए कंसल्टेंट्स से प्रस्ताव मांगे हैं।
मास्टर प्लान और ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी
इस मास्टर प्लान में शहर की ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी पर्यावरणीय प्रभाव और आर्थिक तरक्की पर खास ध्यान दिया जाएगा। नए शहर की कनेक्टिविटी को यूपी के प्रमुख शहरों से जोड़ने के लिए विशेष योजनाएं बनाई जा रही हैं ताकि लोगों को आवागमन में कोई समस्या न हो। साथ ही शहर के विकास के दौरान पर्यावरणीय बदलावों को ध्यान में रखकर कार्य किया जाएगा।
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के चलते विकास की योजना
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जिसे जेवर एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है) के चलते यूपी सरकार को उम्मीद है कि इस इलाके में तीव्र गति से विकास होगा। यह एयरपोर्ट इस साल के अंत तक चालू हो जाएगा जिससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्री बड़ी संख्या में यहां आएंगे। जेवर एयरपोर्ट के आसपास के इलाकों में नए व्यापार पर्यटन और आवासीय प्रोजेक्ट्स के विकास की संभावना बढ़ गई है।
यूपी सरकार ने यह समझा कि एयरपोर्ट के चलते आसपास के क्षेत्रों में जनसंख्या और व्यवसाय का विस्तार होगा जिसके लिए नए शहर की आवश्यकता होगी। इस नए शहर के विकास से निवेशकों को भी आकर्षित किया जाएगा जिससे राज्य के आर्थिक हालात में सुधार होगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
पर्यटन और आर्थिक विकास के नए अवसर
यह नया शहर आगरा के नजदीक स्थित होगा जो कि ताजमहल के कारण विश्वभर में प्रसिद्ध है। ताजमहल को देखने के लिए हर साल लाखों की संख्या में देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। नए शहर के विकास और जेवर एयरपोर्ट के चालू हो जाने के बाद इस इलाके में पर्यटन के और भी ज्यादा अवसर बनेंगे। इस योजना से न केवल पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा बल्कि पूरे राज्य में आर्थिक विकास की नई संभावनाएं पैदा होंगी।
यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी की भूमिका
यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने इस नए शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अथॉरिटी का मुख्य उद्देश्य निवेशकों के लिए एक अनुकूल माहौल बनाना और राज्य के आर्थिक विकास को गति देना है। अथॉरिटी के आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य निवेश का माहौल तैयार करना और राज्य के आर्थिक विकास के लिए एक ठोस आधार बनाना है।
यमुना एक्सप्रेसवे से सटे इलाके जैसे कि नोएडा बुलंदशहर मथुरा अलीगढ़ और आगरा इस विकास योजना का हिस्सा होंगे। गौतम बुद्ध नगर अलीगढ़ और मथुरा के मास्टर प्लान तैयार हो चुके हैं जबकि आगरा का मास्टर प्लान अभी बन रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी आगरा के नजदीक नए शहर की संभावनाएं तलाशने में जुटी है और इसके लिए ब्लूप्रिंट तैयार किया जा रहा है।
यूपी के विकास को नई दिशा
इस नए शहर का विकास यूपी की विकास योजनाओं को और आगे बढ़ाने वाला साबित होगा। नोएडा ग्रेटर नोएडा और अब इस नए शहर के विकास से यूपी देश के सबसे उन्नत और विकसित राज्यों में से एक बनता जा रहा है। यह नया शहर न केवल निवेशकों के लिए फायदेमंद साबित होगा बल्कि स्थानीय निवासियों को भी रोजगार और विकास के नए अवसर प्रदान करेगा।
यूपी के आर्थिक विकास के संदर्भ में यह नया शहर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सरकार की इस पहल से न केवल औद्योगिक विकास को गति मिलेगी बल्कि राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर में भी बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।