चुनाव प्रचार के दौरान दिग्विजय चौटाला और अभय चौटाला के बीच जुबानी जंग तेज़, महम कांड से कंडेला कांड तक आरोपों की बौछार

विधानसभा चुनावों के चलते सभी प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। इस बीच डबवाली से जननायक जनता पार्टी (jjp) के उम्मीदवार दिग्विजय चौटाला और ऐलनाबाद से विधायक अभय चौटाला के बीच जुबानी जंग तेज़ हो गई है। दिग्विजय चौटाला ने चुनाव प्रचार के दौरान अपने चाचा अभय चौटाला पर बिना नाम लिए महम कांड समेत कई गंभीर आरोप लगाए। वहीं अभय सिंह चौटाला ने पलटवार करते हुए अपने बड़े भाई अजय सिंह चौटाला पर कंडेला कांड की जिम्मेदारी थोप दी।
दिग्विजय चौटाला के आरोप
दिग्विजय चौटाला ने अपने चुनावी संबोधन में चौधरी देवीलाल के परिवार से किसी सदस्य पर अप्रत्यक्ष रूप से आरोप लगाते हुए कहा कि परिवार से किसी ने उनकी छवि को धूमिल किया है। उन्होंने महम कांड का जिक्र करते हुए कहा कि 1990 के बाद और वर्ष 2000 के बाद से लेकर आज तक एक व्यक्ति ने कई तरह से लोगों को प्रताड़ित किया है। उन्होंने कहा "कभी लोगों को सता कर कभी किसी की गाड़ी छीन कर कभी किसी का बंगला हड़प कर यह आदमी जनता को परेशान करता रहा है।" इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जनता को यह याद रखना चाहिए कि किसने चौधरी देवीलाल की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है।
अर्जुन चौटाला को बताया 21 में से 21
दिग्विजय चौटाला ने अपने छोटे भाई अर्जुन चौटाला की तारीफ करते हुए कहा कि रानिया विधानसभा सीट से अर्जुन चौटाला अभय चौटाला से बेहतर हैं। उन्होंने कहा "अर्जुन अभय से 21 हैं 19 नहीं।" जनता को अपनी पसंद तय करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि यह निर्णय अब जनता को करना है कि वे शराफत को वोट देंगे या गुंडागर्दी को।
अजय चौटाला को ठहराया कंडेला कांड का दोषी
दिग्विजय चौटाला के इन आरोपों पर जब अभय चौटाला से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने दिग्विजय के बयानों को खारिज करते हुए कहा "मैं ऐसे लोगों को नहीं जानता जो इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं।" उन्होंने आगे कहा कि दिग्विजय जैसे लोग बड़े नेता बनने के चक्कर में चौधरी ओम प्रकाश चौटाला की पीठ में छुरा घोंपकर आगे बढ़े हैं। अभय चौटाला ने यह भी कहा कि कंडेला कांड का कारण अजय सिंह चौटाला की गलती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों के साथ बातचीत के दौरान अजय चौटाला की लापरवाही के कारण ही यह घटना हुई थी।
महम कांड और कंडेला कांड
महम कांड हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा रहा है और दिग्विजय चौटाला ने इस मुद्दे को चुनाव प्रचार में प्रमुखता से उठाया। महम कांड के बाद राज्य की राजनीति में काफी उथल-पुथल मची थी और इस मामले को लेकर आज भी आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं। वहीं कंडेला कांड भी हरियाणा की राजनीति में विवादित घटना रही है जिसमें किसानों और पुलिस के बीच टकराव हुआ था। अभय चौटाला द्वारा इस मुद्दे को उठाए जाने से यह स्पष्ट हो गया है कि चौटाला परिवार में पुराने विवाद अब भी सुलझे नहीं हैं।
चुनाव प्रचार में जुबानी जंग की अहमियत
विधानसभा चुनाव के दौरान चौटाला परिवार के भीतर इस तरह की जुबानी जंग राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। जनता के बीच बढ़ती कड़वाहट और पारिवारिक विवादों का असर चुनावी नतीजों पर पड़ सकता है। चुनाव प्रचार के दौरान दोनों पक्षों द्वारा एक-दूसरे पर लगाए गए आरोपों से राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है जिससे चुनावी संघर्ष और भी दिलचस्प हो गया है।