Expressway News: वायुसेना के विमानों की लैंडिंग हब बनेगा ये एक्सप्रेसवे, 8 में पूरा होगा 1 घंटे का सफर

यह उत्तर प्रदेश को औद्योगिक और आर्थिक रूप से मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा बल्कि भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेक-ऑफ की सुविधा भी प्रदान करेगा। भारतीय वायु सेना के विमानों की आपातकालीन लैंडिंग और टेक-ऑफ को सक्षम करने के लिए एक्सप्रेसवे पर शाहजहाँपुर में 3.5 किमी लंबे रनवे का निर्माण किया जा रहा है।
नदी पार करने की सुविधा के लिए एक्सप्रेसवे पर दो प्रमुख नदियों, गंगा और रामगंगा पर पुलों का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा सड़क यातायात को अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए एक्सप्रेसवे पर 18 फ्लाईओवर और 8 रोड ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है।
गंगा एक्सप्रेसवे का उद्देश्य न केवल यातायात सुविधाओं को बढ़ावा देना है, बल्कि उत्तर प्रदेश के औद्योगिक और आर्थिक विकास को भी गति देना है। गंगा के किनारे के शहरों और ग्रामीण इलाकों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी जिससे व्यापार, उद्योग और परिवहन के अवसर बढ़ेंगे। साथ ही एक्सप्रेसवे राज्य के नागरिकों की आर्थिक स्थिति को भी सुधारने में मदद करेगा.
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है, जिसमें मुख्य टोल प्लाजा मेरठ और प्रयागराज में हैं। इसके अलावा 12 अतिरिक्त रैंप टोल प्लाजा का निर्माण किया जा रहा है। एक्सप्रेस-वे पूरा हो जाने पर मेरठ और प्रयागराज के बीच की दूरी 11 घंटे के बजाय सिर्फ 8 घंटे में तय की जाएगी।
गंगा एक्सप्रेसवे पर अधिकतम गति 120 किमी प्रति घंटा तय की गई है जिससे यातायात तेज होगा और समय की बचत होगी। यह परियोजना 594 किमी लंबी होगी और मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज तक विस्तारित होगी। यह हापुड, बुलन्दशहर,अमरोहा, संभल, बदायूँ, शाहजहाँपुर,हरदोई,उन्नाव,रायबरेली और प्रतापगढ़ जैसे जिलों से होकर गुजरेगा।
इस एक्सप्रेसवे का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है ताकि 2025 में कुंभ मेले से पहले इसे पूरा किया जा सके. मेरठ डीएम दीपक मीणा के मुताबिक दिसंबर तक मेरठ क्षेत्र में काम पूरा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से तीर्थयात्रियों के साथ-साथ स्थानीय निवासियों को भी बड़ी सुविधा मिलेगी। औद्योगिक गलियारे का भूमि अधिग्रहण भी लगभग 60% तक पहुंच गया है जिससे औद्योगिक गतिविधियों को और बढ़ावा मिलेगा।
गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर स्थानीय निवासी उत्साहित हैं। यह परियोजना पश्चिमी उत्तर प्रदेश को पूर्वी उत्तर प्रदेश से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह विशेष रूप से शाहजहाँपुर के नागरिकों के लिए एक ऐतिहासिक परियोजना होगी, क्योंकि एक्सप्रेसवे का उपयोग भारतीय वायु सेना के विमानों के लिए हवाई पट्टी के रूप में किया जा रहा है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण को समय पर पूरा करने के लिए नियमित रूप से निगरानी की जा रही है। साथ ही, औद्योगिक गलियारा लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार और व्यापार के अवसर भी प्रदान करेगा, जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।