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हरियाणा के इस जिले से फर्जी पत्रकार की गिरफ्तारी, आम लोगों से लेकर पुलिस अधिकारियों तक को बनाया शिकार

Fake journalist: अभिषेक ने हर शहर में लगभग 20 से 30 लोगों को ठगने के बाद वह अगली जगह चला जाता था। पंचकूला से लेकर जीरकपुर और बलटाना तक उसने लगभग 50 से 70 पुलिस मुलाजिमों को ठगा जिनमें एसएचओ से लेकर डीएसपी तक शामिल हैं।
 
Fake journalist

Fake journalist: हरियाणा की पंचकूला पुलिस ने हाल ही में एक बेहद चौंकाने वाले मामले का खुलासा किया है जिसमें एक 21 वर्षीय युवक अभिषेक जो खुद को पत्रकार बताता था ने कई लोगों से ठगी की। यह कोई फिल्मी कहानी नहीं बल्कि एक सच्ची घटना है जिसमें इस युवक ने आम लोगों से लेकर पुलिस अधिकारियों तक को अपना शिकार बनाया। इस युवक का ठगी का जाल न केवल पंचकूला, बल्कि जीरकपुर, बलटाना, धकोली और चंडीगढ़-मोहाली तक फैला हुआ था।

ठगी के शिकार बने आम लोग और अधिकारी

अभिषेक ने अपनी ठगी की शुरुआत आम लोगों से की जिनमें से कुछ अंडे बेचने वाले घरों में काम करने वाले लोग थे। इसके बाद उसने धीरे-धीरे पुलिस अधिकारियों को भी अपना शिकार बनाना शुरू किया। वह लोगों से उधार के नाम पर पैसे मांगता था और कुछ दिनों में लौटाने का वादा करता था लेकिन इसके बाद वह अपना फोन नंबर और शहर बदल लेता था।

हर शहर में लगभग 20 से 30 लोगों को ठगने के बाद वह अगली जगह चला जाता था। पंचकूला से लेकर जीरकपुर और बलटाना तक उसने लगभग 50 से 70 पुलिस मुलाजिमों को ठगा जिनमें एसएचओ से लेकर डीएसपी तक शामिल हैं।

ठगी का तरीका

अभिषेक ने लोगों को ठगने के लिए विभिन्न बहाने बनाए। वह लोगों से अपने माता-पिता की बीमारी की दवाई लेने का बहाना बनाकर पैसे मांगता था। कई बार वह दिल्ली या बिहार में पर्स चोरी होने का झूठ बोलकर भी लोगों से पैसे ठगता था।

लोगों की भावनाओं को अपनी ठगी का हथियार बनाने वाला यह युवक अपनी मासूम दिखने वाली छवि का फायदा उठाकर लोगों से सहानुभूति प्राप्त करता था। इससे लोग उसकी मदद करने के लिए तुरंत तैयार हो जाते थे और इसी सहानुभूति का फायदा उठाकर वह उन्हें ठगता था।

अभिषेक ने न केवल आम लोगों और पुलिस को ठगा बल्कि वह पत्रकारों को भी अपनी ठगी का शिकार बनाने में सफल रहा। उसने पंचकूला के एक सरकारी मीडिया सेंटर में एक पत्रकार का पर्स और कार्ड चोरी किया और उसे लेकर मॉल में शॉपिंग करने पहुंच गया।

जब पत्रकार ने कैम्लेट सेक्टर 1 चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई तो सीसीटीवी फुटेज में वह शॉपिंग करते हुए पाया गया। इस घटना के बाद पंचकूला के पत्रकारों में भारी आक्रोश फैल गया और उन्होंने मिलकर यह तय किया कि इस फर्जी पत्रकार को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए।

अभिषेक को पंचकूला पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ कई मामले पहले से ही दर्ज थे और आखिरकार उसे पकड़ने में सफलता मिली। गिरफ्तारी के बाद उसे पंचकूला कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में अंबाला जेल भेज दिया गया है।