हरियाणा के सिरसा-फतेहाबाद में मंडराया बाढ़ का खतरा, बढ़ने लगा घग्घर नदी का जलस्तर, जानें अपडेट

फतेहाबाद क्षेत्र में घग्घर नदी का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है जिससे स्थानीय किसानों और निवासियों के बीच बाढ़ का डर गहराता जा रहा है। आज सुबह 6 बजे जाखल के चांदपुरा हेड पर पानी का बहाव 5450 क्यूसेक दर्ज किया गया जो लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस बढ़ते जलस्तर के कारण जाखल और उसके आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है हालांकि फिलहाल यह आंकड़ा खतरे के निशान से काफी कम है।
पिछले 24 घंटों में चांदपुरा में 3300 क्यूसेक बहाव बढ़ा है जो कि एक चिंता का विषय है। यह वृद्धि पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश का परिणाम है जो घग्घर नदी के जलस्तर में लगातार इजाफा कर रही है। स्थानीय प्रशासन और लोग उम्मीद कर रहे हैं कि पहाड़ों और आस-पास के इलाकों में बारिश कम हो ताकि पानी का बहाव नियंत्रित किया जा सके और बाढ़ जैसी आपदा का खतरा टल सके।
चांदपुरा हेड की स्थिति
चांदपुरा हेड पर पानी के बहाव की क्षमता 22 हजार क्यूसेक है जबकि सहायक रंगोई नाले की क्षमता 6 हजार क्यूसेक है। इस स्थिति में अगर पानी का बहाव 15 हजार क्यूसेक से अधिक होता है तो बाढ़ का खतरा गंभीर रूप से बढ़ जाता है। पिछले साल भी ऐसा ही हुआ था जब पानी का बहाव 17 हजार क्यूसेक को पार कर गया था और इसके बाद घग्घर नदी ओवरफ्लो होने लगी थी। इस ओवरफ्लो के कारण तटबंध टूट गए थे और फतेहाबाद जाखल टोहाना कुलां और रतिया क्षेत्रों में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी।
पिछले साल की बाढ़ ने इन क्षेत्रों में कृषि और संपत्ति का भारी नुकसान किया था। किसानों की फसलें नष्ट हो गई थीं और कई गांवों में लोगों को अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा था। इस वर्ष भी यदि जलस्तर इसी प्रकार बढ़ता रहा तो पिछले साल की तरह फिर से बाढ़ की तबाही देखने को मिल सकती है।
घग्घर नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण
घग्घर नदी में जलस्तर बढ़ने के पीछे मुख्य कारण पहाड़ों में हो रही भारी बारिश है। पहाड़ों में बारिश का पानी नदी के बहाव को बढ़ा देता है जिससे नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ता है। इसके अलावा नदी के किनारे बसे क्षेत्रों में भी जलभराव की समस्या बढ़ जाती है जिससे बाढ़ का खतरा और भी गंभीर हो जाता है।
चांदपुरा से पीछे खनौरी गुहला और चीका हेडों पर भी जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है। इसका असर जल्द ही चांदपुरा हेड पर भी देखने को मिलेगा। यदि बारिश का सिलसिला जारी रहा तो चांदपुरा और इसके आस-पास के क्षेत्रों में जलस्तर और भी बढ़ सकता है जिससे बाढ़ का खतरा और बढ़ जाएगा।
बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन तैयारी
स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए तैयारियां शुरू कर दी हैं। जाखल और फतेहाबाद क्षेत्र में बाढ़ से निपटने के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं। प्रशासन ने नदी के किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
इसके अलावा तटबंधों की मरम्मत और मजबूती के लिए भी काम शुरू कर दिया गया है ताकि घग्घर नदी के बढ़ते जलस्तर को नियंत्रित किया जा सके। प्रशासन द्वारा नदियों के किनारे बसे गांवों में नावों और राहत सामग्री की व्यवस्था भी की जा रही है ताकि बाढ़ की स्थिति में तुरंत सहायता पहुंचाई जा सके।
पिछले वर्ष की बाढ़ ने इन क्षेत्रों में काफी तबाही मचाई थी। कई गांवों में फसलें नष्ट हो गई थीं घर बह गए थे और लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। इस बार भी यदि स्थिति काबू में नहीं रही तो फिर से वैसी ही तबाही देखने को मिल सकती है।
स्थानीय प्रशासन और लोग इस बार बाढ़ से निपटने के लिए पहले से ज्यादा सतर्क हैं। प्रशासन ने नदी के किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है और तटबंधों की मरम्मत का काम तेजी से किया जा रहा है। इसके अलावा बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में राहत सामग्री और नावों की व्यवस्था भी की जा रही है।