delhihighlight

हरियाणा की साइबर सिटी गुरुग्राम के लिए द्वारका एक्सप्रेसवे पर बनेगा फ्लाईओवर, पटौदी-रेवाड़ी से दिल्ली जाना होगा आसान

Dwarka Expressway : इस परियोजना के अंतर्गत करीब 46 किलोमीटर लंबे गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी हाईवे का निर्माण तेजी से जारी है। इस परियोजना पर कुल 900 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह हाईवे द्वारका एक्सप्रेसवे के सेक्टर-88A और 88B के बीच से गुजरते हुए आगे रेवाड़ी तक जाएगा।
 
New flyover on Dwarka Expressway

New flyover on Dwarka Expressway : हरियाणा सरकार ने प्रदेश में सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के प्रयास में एक जरूरी कदम उठाया है। गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेसवे को गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी मार्ग से जोड़ने के लिए एक नए फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। यह फ्लाईओवर दिल्ली से पटौदी और रेवाड़ी जाने वाले वाहनों के लिए यात्रा को सुगम और त्वरित बनाएगा।

द्वारका एक्सप्रेसवे से गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी हाईवे का कनेक्शन

गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेसवे और गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी हाईवे के कनेक्शन की योजना नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा बनाई गई है। इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और इसे मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

इस परियोजना के अंतर्गत करीब 46 किलोमीटर लंबे गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी हाईवे का निर्माण तेजी से जारी है। इस परियोजना पर कुल 900 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह हाईवे द्वारका एक्सप्रेसवे के सेक्टर-88A और 88B के बीच से गुजरते हुए आगे रेवाड़ी तक जाएगा।

फ्लाईओवर का निर्माण

द्वारका एक्सप्रेसवे से गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी हाईवे को जोड़ने के लिए फ्लाईओवर का निर्माण शुक्रवार से शुरू हो गया है। इस फ्लाईओवर की लंबाई लगभग 183 मीटर होगी। एनएचएआई ने गुरुग्राम के सेक्टर-37D स्थित रॉयल ग्रीन रियलिटी कोर्टयार्ड से द्वारका एक्सप्रेसवे के ऊपर से गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी हाईवे को जोड़ने की योजना बनाई है।

फ्लाईओवर के निर्माण के दौरान कुछ चुनौतियाँ सामने आई हैं जिनमें से एक हाइटेंशन लाइन का स्थानांतरण है। एनएचएआई परियोजना अधिकारी योगेश तिलक ने बताया कि हाइटेंशन लाइन को स्थानांतरित करने का अनुरोध हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम (HVPN) से किया गया है।

गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी हाईवे का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है और यह हाईवे आधुनिक तकनीकों और सुविधाओं से लैस होगा। इस हाईवे पर यातायात को सुगम बनाने के लिए आधुनिक सिग्नल सिस्टम, सुरक्षा बैरियर और अन्य सुविधाओं का ध्यान रखा गया है।