Greenfield Expressway : हरियाणा और एनसीआर में आवागमन होगा सरल, 2300 करोड़ की लागत से बनेगा 32 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे अलीगढ़ के सारसौल से शुरू होकर टप्पल के पास यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा और पलवल में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे से इंटरचेंज होगा। इससे अलीगढ़ से दिल्ली, मथुरा, आगरा, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और हरियाणा के विभिन्न स्थानों की यात्रा और भी तेज और सुगम हो जाएगी।

New Green Field Expressway : उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच यात्रा अब और भी सुहानी होने वाली है। 2300 करोड़ रुपये की लागत से अलीगढ़ से हरियाणा के पलवल तक एक नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है जिससे क्षेत्र के लोगों को बड़ा फायदा मिलेगा। इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 32 किलोमीटर होगी जो अलीगढ़ से हरियाणा तक की दूरी को कम समय में तय करने में मददगार साबित होगा। इसके साथ ही इस परियोजना के लिए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।
नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे अलीगढ़ के सारसौल से शुरू होकर टप्पल के पास यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा और पलवल में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे से इंटरचेंज होगा। इससे अलीगढ़ से दिल्ली, मथुरा, आगरा, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और हरियाणा के विभिन्न स्थानों की यात्रा और भी तेज और सुगम हो जाएगी। इस परियोजना के पूरा होने के बाद खेर और जट्टारी में लगने वाले जाम से वाहन चालकों को बड़ी राहत मिलेगी।
सफर होगा कम समय में
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के बनने के बाद वाहन चालक अलीगढ़ से दिल्ली या एनसीआर का सफर एक घंटे के भीतर कर सकेंगे। फिलहाल, खैर और जट्टारी में लगने वाले भारी ट्रैफिक जाम के कारण समय ज्यादा लगता है। नए एक्सप्रेसवे के माध्यम से यह समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। इसका सीधा लाभ उन यात्रियों को मिलेगा, जो अलीगढ़ से ग्रेटर नोएडा, नोएडा, गुरुग्राम और हरियाणा जैसे स्थानों की यात्रा करते हैं।
43 गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण
इस परियोजना के लिए 43 गांवों की जमीन अधिग्रहण की जाएगी। जिन गांवों की जमीन अधिग्रहण होनी है वहां GPS के माध्यम से निशानदेही का काम पहले ही शुरू कर दिया गया है। यमुना एक्सप्रेसवे अंडला से पिसावा होकर गुजरेगा और आगे जाकर हरियाणा के पलवल में खत्म होगा।
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से अलीगढ़, राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, ट्रांसपोर्ट नगर और डिफेंस कोरिडोर जैसी प्रमुख परियोजनाओं से कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा। यह परियोजना उत्तर प्रदेश के मास्टर प्लान-2031 का हिस्सा है जिससे अलीगढ़ और एनसीआर के बीच यात्रा और आसान हो जाएगी।
किन गांवों की जमीन अधिग्रहण होगी?
इस परियोजना के तहत अंडला, अर्राना, जरारा, चौधाना, उसरहपुर रसूलपुर, नागल कलां, तरौरा, नयावास, ऐंचना, बमौती, मऊ, बांकनेर, टप्पल, सोतीपुरा, रायपुर और खेड़िया बुजुर्ग समेत 43 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। ग्रामीणों को उचित मुआवजा और पुनर्वास के लिए सरकार की तरफ से योजना बनाई जा रही है।
हरियाणा और एनसीआर में आवागमन होगा सरल
इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद गुरुग्राम, दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और एनसीआर के अन्य शहरों तक की यात्रा बेहद आसान हो जाएगी। यह एक्सप्रेसवे अलीगढ़ को एनसीआर के हब से जोड़ने वाला एक लिंक बनेगा। इसके माध्यम से न केवल यात्रियों को समय की बचत होगी बल्कि ट्रैफिक जाम से भी निजात मिलेगी।