Haryana Mansoon Update : हरियाणा के सिरसा समेत इन 5 जिलों में आंधी तूफान के साथ होगी भारी बारिश, जानें आपके इलाके में मौसम का हाल
Rain alert in 5 districts of Haryana : Light to moderate rains expected till 26th, 33 per cent more rainfall in August

Haryana Mansoon Update : हरियाणा में इस साल अगस्त महीने में सामान्य से 33% अधिक बारिश दर्ज की गई। हालाँकि राज्य के सभी हिस्सों में बारिश एक समान नहीं हुई है। यमुनानगर, पंचकुला, पलवल, कैथल और फ़रीदाबाद जैसे जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई जबकि राज्य के अन्य हिस्सों में औसत से अधिक बारिश हुई।
अगस्त के 20 दिनों में राज्य में 101.8 मिमी बारिश होनी चाहिए थी लेकिन 135.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इस बारिश के चलते प्रदेश के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि देखने को मिली है।
धान के इलाकों में कम, बाजरा के इलाके में ज्यादा बारिश
हरियाणा के धान उगाने वाले जिलों जैसे कि कैथल और करनाल में मानसून की बारिश सामान्य से कम हुई है। इस कारण किसानों को सिंचाई के लिए नहरी पानी या ट्यूबवेल पर निर्भर रहना पड़ा है। धान की फसल के लिए पर्याप्त बारिश बेहद जरूरी है और इस कमी ने किसानों की चिंता को बढ़ा दिया है।
दूसरी ओर बाजरा के लिए प्रसिद्ध दक्षिण हरियाणा के जिलों में मानसून की बारिश सामान्य से अधिक हुई है। महेंद्रगढ़ और नूंह जिलों में विशेष रूप से अधिक बारिश दर्ज की गई है जिससे इन क्षेत्रों के किसानों को फायदा हुआ है। लेकिन प्रदेश के अन्य 16 जिलों में मानसून की बारिश सामान्य से कम रही है। हिसार, जींद, यमुनानगर, पलवल और रोहतक जैसे जिलों में बारिश सामान्य से 30% तक कम रही है जिससे इन जिलों के किसानों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
हरियाणा में आगे कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा में मानसून की विदाई के आसार अभी नहीं दिख रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि 28 अगस्त तक प्रदेश के मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।
22 और 23 अगस्त के दौरान दिन के तापमान में थोड़ी वृद्धि होगी लेकिन इसके बाद 24 अगस्त से तापमान में गिरावट की संभावना है। यह गिरावट 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक हो सकती है जिससे मौसम में ठंडक आएगी। अगस्त के अंत तक दिन का पारा 29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है जो कि इस मौसम के लिए सामान्य है।
प्रदेश में अब तक 228.4 मिमी वर्षा
हरियाणा में मानसून की अवधि सामान्यतः 120 से 125 दिन की होती है। इस समय तक मानसून के लगभग 75 दिन पूरे हो चुके हैं और इस दौरान प्रदेश के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश हुई है जबकि अन्य हिस्सों में बारिश की कमी रही है।
नूंह, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, झज्जर और गुरुग्राम में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है जबकि कैथल, करनाल, पंचकूला, यमुनानगर और सोनीपत जैसे जिलों में सामान्य से कम वर्षा दर्ज की गई है।
वर्तमान में हरियाणा में सामान्य से 19% कम वर्षा हुई है। अब तक राज्य में 281.5 मिमी के मुकाबले केवल 228.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। कैथल और करनाल जिलों में 55% तक कम बारिश हुई है, जबकि पंचकूला में 50%, यमुनानगर और सोनीपत में 39%, रोहतक में 36% और जींद में 38% तक कम बारिश हुई है।