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Haryana News: हरियाणा के इस हाइवे पर शुरू होगा देश का पहला बिना बूथ का टोल प्लाजा, जानिए कितना होगा टोल शुल्क

Toll plaza without booth: बिना बूथ का टोल प्लाजा एक नई तकनीक पर आधारित है। यहां टोल कलेक्शन का पूरा प्रोसेस ऑटोमेटिक होगा। इसके लिए विशेष सेंसर लगाए जाएंगे, जो फास्टैग के माध्यम से टोल काट लेंगे। इससे टोल प्लाजा पर वाहनों की लंबी कतारें खत्म हो जाएंगी।

 
Toll plaza without booth

Delhi Highlights, चंडीगढ़: हरियाणा में देश का पहला बिना बूथ का टोल प्लाजा शुरू होने जा रहा है। यह टोल प्लाजा झिंझौली में बनाया जा रहा है और इसका उद्देश्य टोल कलेक्शन को अधिक प्रभावी और तेज बनाना है। एनएचएआई (National Highways Authority of India) ने इसके लिए टोल दरें भी तय कर दी हैं। इस नई व्यवस्था से दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के बीच यात्रा करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

बिना बूथ का टोल प्लाजा

बिना बूथ का टोल प्लाजा एक नई तकनीक पर आधारित है। यहां टोल कलेक्शन का पूरा प्रोसेस ऑटोमेटिक होगा। इसके लिए विशेष सेंसर लगाए जाएंगे जो फास्टैग के माध्यम से टोल काट लेंगे। इससे टोल प्लाजा पर वाहनों की लंबी कतारें खत्म हो जाएंगी। जब कोई वाहन टोल प्लाजा से गुजरेगा तो उसे टोल देने के लिए रुकना नहीं पड़ेगा। यह सुविधा खासकर उन यात्रियों के लिए होगी जो नियमित रूप से इस मार्ग का उपयोग करते हैं।

इस टोल प्लाजा का ट्रायल रन भी सफलतापूर्वक हो चुका है। इससे यह साबित होता है कि यह प्रणाली काम करने में पूरी तरह सक्षम है। बिना बूथ के टोल प्लाजा की खासियत यह है कि यह ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करेगा और यात्रा के समय में भी कमी लाएगा।

टोल की दरें

इस टोल प्लाजा पर विभिन्न प्रकार के वाहनों के लिए टोल दरें निर्धारित की गई हैं। उदाहरण के लिए:

  1. कार, जीप और वैन: 65 रुपये
  2. मिनी बस और हल्के व्यावसायिक वाहन: 105 रुपये
  3. दो एक्सल वाले व्यावसायिक वाहन: 225 रुपये
  4. तीन से छह एक्सल वाले वाहन: 245 से 350 रुपये
  5. सात या अधिक एक्सल वाले वाहन: 430 रुपये

इसके अलावा स्थानीय लोगों के लिए पास की व्यवस्था भी की गई है। यह व्यवस्था उन लोगों के लिए है जो इस मार्ग का नियमित रूप से उपयोग करते हैं। इससे उन्हें टोल पर कुछ छूट भी मिलेगी।

यात्रा में कमी

इस नए हाईवे के शुरू होने से सोनीपत से बवाना तक का सफर काफी आसान हो जाएगा। पहले यह सफर एक घंटे में तय होता था लेकिन अब यह केवल 20 मिनट में पूरा होगा। इसके साथ ही इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (IGI) का सफर भी घटकर एक घंटे से भी कम हो जाएगा। इस नई व्यवस्था से यात्रियों को न केवल समय की बचत होगी बल्कि ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा।

ट्रैफिक का दबाव कम होगा

दिल्ली-अमृतसर एन-44 पर ट्रैफिक का दबाव भी कम हो जाएगा। नए हाईवे के शुरू होने से इससे जुड़ी सड़कों पर भी ट्रैफिक की भीड़ कम होगी। इससे यात्रियों को आसानी से अपनी मंजिल तक पहुंचने में मदद मिलेगी।

कैश की लेन

नई व्यवस्था में एक कैश लेन भी रखी गई है। यदि कोई व्यक्ति ब्लैक लिस्ट फास्टैग का उपयोग करता है या कैश देने के लिए आता है, तो उसे बाईं ओर की लेन से निकाला जाएगा। ऐसे वाहनों से अधिक शुल्क लिया जाएगा। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि लोग फास्टैग का अधिक से अधिक उपयोग करें और ट्रैफिक की भीड़ को कम किया जा सके।