Mousam : खतरनाक स्तर पर हरियाणा का प्रदूषण, सर्दी के आगमन से पहले मौसम विभाग की चेतावनी, जानें कल 29 अक्टूबर का मौसम

Haryana Mousam : हरियाणा के 14 जिलों में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रेप) 2 लागू कर दिया गया है। बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते यहां की आबोहवा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। 27 अक्टूबर की स्थिति में गुरुग्राम में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 के खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है जबकि फतेहाबाद का AQI 406 रिकॉर्ड किया गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं, जिसमें पराली जलाने पर सख्ती, अधिकारियों की जवाबदेही और मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए दिशा-निर्देश शामिल हैं।
हरियाणा में प्रदूषण के हालात
हरियाणा में पराली जलाने के कारण प्रदूषण के हालात और गंभीर होते जा रहे हैं। इस हफ्ते 13 नए पराली जलाने के मामलों की पुष्टि हुई है, जिससे प्रदूषण स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई। राज्य सरकार ने लापरवाही बरतने के आरोप में 11 अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट जारी की है, जबकि 383 अधिकारियों को नोटिस दिया गया है और 26 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।
गुरुग्राम और फतेहाबाद में गंभीर प्रदूषण
गुरुग्राम और फतेहाबाद, हरियाणा के प्रदूषण में सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से हैं। गुरुग्राम का AQI 500 पर पहुंच गया है, जो कि ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। विशेषज्ञों का मानना है कि हवा की गुणवत्ता में इस गिरावट का प्रमुख कारण पराली जलाने और शहरी क्षेत्रों में वाहनों का बढ़ता ट्रैफिक है। ग्रामीण इलाकों में पराली जलाने के मामलों पर नियंत्रण के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन प्रदूषण का असर राज्य के विभिन्न हिस्सों पर स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
1 नवंबर तक मौसम में शुष्की बरकरार
मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा में 1 नवंबर तक मौसम शुष्क और साफ बना रहेगा। उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट आने की संभावना है। वर्तमान मौसम की स्थिति देखते हुए आने वाले दिनों में सर्दी का प्रभाव और बढ़ सकता है। अगले महीने के पहले सप्ताह तक ठंडक का प्रभाव अधिक बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, 27 अक्टूबर को प्रदेश का न्यूनतम तापमान 23.3 डिग्री और अधिकतम तापमान 36.29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दिन में गर्मी का अहसास
हरियाणा में मानसून के खत्म होते ही ठंड ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। सुबह और शाम की ठंडक के बीच दिन में तेज धूप अब भी गर्मी का एहसास करा रही है। लेकिन, मौसम विभाग का मानना है कि आने वाले दिनों में सर्द हवाओं के चलते तापमान में और गिरावट देखने को मिलेगी। कई जिलों में हल्के बादल छाने और तापमान में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। 29 अक्टूबर को प्रदेश में न्यूनतम तापमान 23.24 डिग्री और अधिकतम तापमान 31.08 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
सांस की समस्याएं बढ़ीं
प्रदूषण के चलते हरियाणा में PM 10 के स्तर में वृद्धि दर्ज की गई है, जो कि मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। बढ़ते PM 10 के स्तर का सीधा प्रभाव बुजुर्गों, बच्चों और श्वसन समस्याओं से पीड़ित लोगों पर पड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण का स्तर गंभीर स्थिति में है और इसे नियंत्रित करने के लिए तत्काल उपायों की आवश्यकता है। राज्य में कई जगहों पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें।
सख्त कदमों की जरूरत
राज्य सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए कुछ ठोस कदम उठाए हैं। ग्रेप 2 के तहत, खुले में कचरा जलाने पर रोक, निर्माण कार्यों पर नियंत्रण और वायु प्रदूषण को बढ़ाने वाले कारकों पर निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही, राज्य सरकार ने प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की जांच और औद्योगिक क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता पर कड़ी निगरानी की व्यवस्था की है। प्रदूषण पर काबू पाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। आम जनता को जागरूक किया जा रहा है कि वे निजी वाहनों का कम से कम इस्तेमाल करें और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनें।
आने वाले दिनों में क्या कहता है मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा में अगले कुछ दिनों तक मौसम शुष्क और ठंडा बने रहने की संभावना है। आने वाले हफ्तों में तापमान में और गिरावट देखने को मिल सकती है, जिससे सर्दियों का आगमन हो सकता है। अनुमान है कि नवंबर के पहले सप्ताह तक प्रदेश में ठंड पूरी तरह से महसूस की जाएगी। मौसम और प्रदूषण दोनों के लिहाज से आने वाले दिनों में नागरिकों को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। खासकर, कमजोर स्वास्थ्य वाले लोगों को प्रदूषित हवा से बचने के लिए घर में रहने और बाहर जाने से परहेज करने की सलाह दी गई है। राज्य सरकार और मौसम विभाग की ओर से सभी को सूचित किया जा रहा है कि वे प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का उपयोग करें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।