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हरियाणा के इन जिलों में अगले 48 घंटों में भारी बारिश का अलर्ट, जानिए 29 सितंबर तक का मौसम पूर्वानुमान

Haryana में 29 सितंबर तक मानसूनी गतिविधियाँ जारी रहेंगी। कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ के अनुसार, इस दौरान प्रदेश के अधिकांश जिलों में रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
 
Haryana

Haryana Weather Alert : हरियाणा में इस साल मानसून ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। प्रदेश के कई जिलों में बारिश के कारण नुकसान भी हुआ है और कहीं-कहीं कम बारिश के कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। प्रदेश में मौसम विभाग की मानें तो 29 सितंबर तक मानसून सक्रिय रहेगा। इसी बीच, आने वाले दिनों में कुछ जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

Haryana में 29 सितंबर तक रहेगा मानसून का प्रभाव

Haryana में 29 सितंबर तक मानसूनी गतिविधियाँ जारी रहेंगी। कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ के अनुसार, इस दौरान प्रदेश के अधिकांश जिलों में रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। हालांकि 24 घंटों में कहीं भी बारिश नहीं होने से दिन के तापमान में 0.8 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह स्थिति किसानों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है क्योंकि कम बारिश से खेतों में फसलों को नुकसान हो रहा है।

विशेषज्ञों के मुताबिक, पंचकूला, अंबाला, और कुरुक्षेत्र जिलों में आज मौसम खराब रहने का अनुमान है, लेकिन भारी बारिश की संभावना कम है। इसके अलावा 17-18 सितंबर को प्रदेश के महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह, और पलवल जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

390.4 MM बारिश हो चुकी है अब तक

Haryana में इस बार मानसून सीजन में अब तक कुल 390.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो कि सामान्य 401.1 मिलीमीटर से केवल 3 प्रतिशत कम है। पिछले 24 घंटों में राज्यभर में 15.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। हालांकि, जुलाई माह में इस बार पिछले 5 सालों की तुलना में सबसे कम बारिश हुई है।

2018 में 549 मिलीमीटर बारिश हुई थी, जबकि 2023 में अब तक 390 मिलीमीटर ही बारिश हो पाई है। इस साल की बारिश की कमी से धान पैदावार करने वाले किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है, क्योंकि उन्हें सिंचाई के लिए ट्यूबवेल का सहारा लेना पड़ा। इससे सिंचाई लागत बढ़ी और फसल उत्पादन में भी गिरावट आई है।

5 दिनों में 5 लोगों की मौत

Haryana में मौसम की मार के चलते पिछले 5 दिनों में 5 लोगों की जान चली गई है। 13 सितंबर को करनाल के नीलोखेड़ी में बारिश के कारण एक पेड़ कार पर गिरने से दो महिलाओं की मौत हो गई। वहीं, 14 सितंबर को फरीदाबाद में ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे बरसाती पानी में डूबी महिंद्रा XUV700 कार में एचडीएफसी बैंक के मैनेजर और कैशियर की दर्दनाक मौत हो गई। इसी दिन, फरीदाबाद की संजय कॉलोनी में एक महिला की करंट लगने से मौत हो गई।

किसानों पर मौसम का प्रभाव

इस साल की कम बारिश ने Haryana के किसानों को बड़ी चुनौती के रूप में सामने रखा है। धान की फसल विशेष रूप से पानी पर निर्भर करती है, और जब बारिश कम होती है, तो किसानों को ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ती है, जो कि आर्थिक दृष्टि से महंगा साबित होता है। इससे किसानों को फसल की लागत में वृद्धि और मुनाफे में कमी का सामना करना पड़ता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आने वाले दिनों में बारिश अच्छी होती है, तो इससे किसानों को थोड़ी राहत मिल सकती है। फिलहाल, मौसम विभाग ने आगामी दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है, जिससे तापमान में थोड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है।

29 सितंबर तक परिवर्तनशील रहेगा मौसम

Haryana के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले कुछ दिनों में प्रदेश में रुक-रुक कर तेज हवाएं चलने के साथ हल्की बारिश की संभावना है। इससे दिन के तापमान में मामूली गिरावट और वातावरण में नमी की वृद्धि हो सकती है।

यह जानकारी किसानों और आम जनता के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मौसम की स्थिति फसल उत्पादन और सामान्य जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है। मानसून की सक्रियता के चलते किसानों को अपनी फसलों की देखभाल में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां भारी बारिश की संभावना है।