सिरसा आएंगी भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू? सीडीएलयू के प्रोग्राम में होंगी शामिल, प्रोफेसर मलिक ने दिया औपचारिक निमंत्रण

Delhi highlights, चंडीगढ़ : सिरसा जिले में स्थित चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय (CDLU) उच्च शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। इसी क्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक ने हाल ही में राष्ट्रपति भवन का दौरा किया जहां उन्हें भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ। इस मुलाकात के दौरान प्रो. मलिक ने राष्ट्रपति को सीडीएलयू के आगामी दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का औपचारिक निमंत्रण दिया।
प्रोफेसर मलिक ने राष्ट्रपति मुर्मू को विश्वविद्यालय की हालिया उपलब्धियों और शैक्षणिक और शोध वातावरण को उन्नत बनाने के लिए चल रही पहलों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे सीडीएलयू गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ-साथ शोध कार्यों में भी नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। विश्वविद्यालय की प्रगति का वर्णन करते हुए प्रो. मलिक ने बताया कि सीडीएलयू न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि समग्र विकास के प्रति भी अपनी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहा है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने विश्वविद्यालय की प्रगति में गहरी रुचि दिखाई और सीडीएलयू द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने खास तौर पर इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि विश्वविद्यालय छात्रों को भविष्य की चुनौतियों का आत्मविश्वास के साथ सामना करने के लिए तैयार कर रहा है। यह मुलाकात न केवल विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को सम्मानित करने का अवसर थी बल्कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में इसके द्वारा किए जा रहे योगदान को भी रेखांकित करती है।
कुलपति प्रोफेसर मलिक ने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति मुर्मू की उपस्थिति विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों के लिए अत्यंत प्रेरणादायक होगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राष्ट्रपति की उपस्थिति से विश्वविद्यालय की अकादमिक उत्कृष्टता के प्रति समर्पण को नया बल मिलेगा। दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति के शामिल होने से छात्रों को एक अद्वितीय अनुभव मिलेगा जिससे वे अपने शैक्षणिक जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित होंगे।
सीडीएलयू ने अपने शैक्षणिक और शोध गतिविधियों में राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप समावेशी शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। विश्वविद्यालय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और शोध कार्यों को बढ़ावा देने के प्रति अत्यधिक प्रतिबद्ध है। इस दिशा में विश्वविद्यालय के नेतृत्व ने नई पहलें शुरू की हैं जिनका उद्देश्य शिक्षा को नए आयाम देना और शोध के क्षेत्र में नये अवसर पैदा करना है।
इस मुलाकात के दौरान प्रोफेसर मलिक ने राष्ट्रपति को आश्वासन दिया कि सीडीएलयू हरियाणा और देश के शैक्षिक परिदृश्य में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विश्वविद्यालय का लक्ष्य छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना और उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करना है।