श्री तारा बाबा कुटिया में धूमधाम से मनाया जाएगा महाशिवरात्रि पर्व, आकर्षण का केंद्र बनी गुफा और श्रीराम वाटिका

Sirsa cave and Shri Ram Vatika become the center of attraction in Shri Baba Tara Ji Kutiya, the cave has been given a grand look
सिरसा में महाशिवरात्रि पर्व को लेकर श्रीतारा बाबा कुटिया में नानी बाई को मायरो कथा शुरू हो चुकी है। कुटिया भव्य रूप से सजकर तैयार है और शिवभक्तों के आने-जाने का सिलसिला जारी है। इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए श्रीराम वाटिका, वृंदावन वाटिका और गुफा आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनी हुई हैं। गुफा को विशेष रूप से नए रूप में सजाया और संवारा गया है, जहां नई मूर्तियां स्थापित की गई हैं और दीवारों पर रंगीन सजावट की गई है। यह स्थान भक्तों के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व का प्रतीक बन गया है।
श्रद्धालुओं की भक्ति और आस्था
श्रीराम वाटिका, वृंदावन वाटिका और गुफा में जाते ही श्रद्धालु नतमस्तक हो जाते हैं। सत्संग स्थल पर जाने से पहले श्रद्धालु, श्रीराम वाटिका, श्री बाबा तारा जी की समाधि और शिवालय में जाकर पूजा अर्चना करते हैं। इसके बाद वे गुफा का दर्शन करना नहीं भूलते। ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कुटिया पहुंच रहे हैं जो कुटिया की भव्यता देखकर कांडा बंधुओं का आभार व्यक्त करते हैं।
कुटिया का जीर्णोद्धार और नव सजावट
श्री बाबा तारा जी कुटिया को इस बार भव्य रूप प्रदान किया गया है। गुफा का जीर्णोद्धार किया गया है जिसमें पुरानी मूर्तियों के स्थान पर नई मूर्तियों की स्थापना की गई है। फर्श को नए सिरे से बनाया गया है और गुफा के भीतर विशेष सजावट की गई है। यह गुफा दर्शकों के लिए अद्वितीय आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसके साथ ही समुंद्र मंथन की भव्यता को भी नया रूप दिया गया है।
श्रीराम वाटिका की स्थापना
22 जनवरी को सिरसा में निकाली गई भव्य श्रीराम शोभायात्रा के दौरान कुटिया में 31 फुट ऊंची भगवान श्रीराम की प्रतिमा स्थापित की गई। उस स्थान को श्रीराम वाटिका का नाम दिया गया। इस वाटिका में हाथी, हनुमान की अनेक प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। शिवरात्रि के मौके पर श्रीराम वाटिका में श्रीराम धुन गाते हुए हनुमान और उनके साथी श्रीराधा कृष्ण दरबार, मां दुर्गा का दरबार, धर्मराज, भगवान श्री गणेश, श्रीरामेश्वरम धाम और शिव परिवार दरबार की झांकियां लगाई गई हैं।
शिवरात्रि पर विशेष कार्यक्रम
महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर श्रीतारा बाबा कुटिया में नानी बाई को मायरो कथा का आयोजन किया गया है। यह कथा भक्तों को धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व का परिचय कराती है। शिवभक्तों के लिए यह कथा विशेष आकर्षण का केंद्र है जहां वे अपनी आस्था और भक्ति को और अधिक मजबूत कर सकते हैं।
श्रीतारा बाबा कुटिया की गुफा एक अद्वितीय धार्मिक स्थल है जहां की सजावट और मूर्तियों ने इसे और भी आकर्षक बना दिया है। गुफा के भीतर की सजावट और नई मूर्तियों ने इसे एक नये रूप में प्रस्तुत किया है जो श्रद्धालुओं को विशेष रूप से पसंद आ रही है। यह स्थान धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है।