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Monsoon Rain Alert : जाते-जाते मानसून मचाएगा तांडव, इन 13 राज्यों में बारिश का येलो अलर्ट, जानें अगले 24 घंटों की मौसमी हलचल

स्काईमेट वेदर के अनुसार मध्य प्रदेश के मध्य भागों पर बने कम दबाव का क्षेत्र कमजोर हो गया है लेकिन इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण अब उत्तरी मध्य प्रदेश पर सक्रिय है। मानसून ट्रफ बीकानेर, ग्वालियर, डाल्टनगंज, रांची और दीघा से गुजरते हुए बंगाल की खाड़ी तक पहुंच गई है।
 
Monsoon Rain Alert

मानसून अपनी वापसी के दौरान पूरे देश में तांडव मचा रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के 13 राज्यों में येलो अलर्ट जारी किया है। दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर प्रदेश के 34 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इसके साथ ही पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मानसून की इस अचानक वापसी से कई राज्यों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

दिल्ली में गुरुवार सुबह का मौसम काफी सुहावना रहा। रातभर की बारिश के बाद न्यूनतम तापमान घटकर 21.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 4 डिग्री कम था। मौसम विभाग ने दिन में भी बादल छाए रहने और बारिश होने की संभावना जताई है।

स्काईमेट वेदर का पूर्वानुमान

स्काईमेट वेदर के अनुसार मध्य प्रदेश के मध्य भागों पर बने कम दबाव का क्षेत्र कमजोर हो गया है लेकिन इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण अब उत्तरी मध्य प्रदेश पर सक्रिय है। मानसून ट्रफ बीकानेर, ग्वालियर, डाल्टनगंज, रांची और दीघा से गुजरते हुए बंगाल की खाड़ी तक पहुंच गई है। इसके साथ ही पंजाब के ऊपर भी एक चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है।

पिछले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली समेत कई राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। वहीं पंजाब, जम्मू-कश्मीर, बिहार, महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी हल्की बारिश हुई है।

अगले 24 घंटों की मौसमी स्थिति

आज शुक्रवार को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है। ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पूर्वी मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश के उत्तरी तट और कर्नाटक में भी हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

दिल्ली-एनसीआर में 21-22 सितंबर को बारिश की संभावना कम है, लेकिन बंगाल की खाड़ी में एक नई मौसम प्रणाली विकसित हो रही है जो अगले सप्ताह के अंत तक भारी बारिश का कारण बन सकती है। इससे दिल्ली में मानसून की वापसी की तारीख 25 सितंबर से आगे बढ़ सकती है।

भारत में इस साल जून से अगस्त तक का मौसम 1970 के बाद का दूसरा सबसे गर्म दर्ज किया गया है। जलवायु वैज्ञानिकों के अनुसार इन तीन महीनों में देश की एक तिहाई आबादी ने कम से कम 7 दिन तक खतरनाक गर्मी का सामना किया है। इस दौरान तापमान सामान्य से 3 गुना अधिक महसूस किया गया।

रिपोर्ट के अनुसार तिरुवनंतपुरम, मुंबई और पोर्ट ब्लेयर जैसे शहरों में जलवायु परिवर्तन के कारण अत्यधिक गर्मी दर्ज की गई है। मुंबई में 54 दिन तक लगातार भीषण गर्मी महसूस की गई। वहीं, दिल्ली और कानपुर में औसत तापमान 39 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया।

वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान में वृद्धि हो रही है और इसके परिणामस्वरूप दुनिया भर के अरबों लोगों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है।