हरियाणा में मानसून ने फिर से पकड़ी रफ्तार, अगले 4 घंटों के लिए मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट

हरियाणा में मानसूनी हवाओं की सक्रियता के चलते एक बार फिर भारी बारिश देखने को मिली है। पिछले 24 घंटे में राज्य के विभिन्न हिस्सों में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है जिससे गर्मी और उमस से राहत मिली है। सिरसा और हिसार में पारा 41 डिग्री के आसपास पहुंच गया था लेकिन अब इसमें काफी कमी आई है।
भारी बारिश से तापमान में गिरावट
हाल ही में हरियाणा में मानसूनी हवाओं की सक्रियता से भारी बारिश हुई है। इस बारिश ने राज्य के तापमान को काफी हद तक कम कर दिया है। सिरसा में अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री और हिसार में 29.9 डिग्री दर्ज किया गया। पहले जहां इन शहरों में पारा 41 डिग्री के आसपास था वहीं अब इसमें लगभग 13 डिग्री की गिरावट आई है। पूरे प्रदेश में 24 घंटे में औसतन 60 एमएम से अधिक बारिश दर्ज की गई है जिसने गर्मी और उमस से राहत प्रदान की है।
इस भारी बारिश के बावजूद कुछ स्थानों पर गंभीर घटनाएं भी घटी हैं। हिसार में दिल्ली बाईपास पर शनि मंदिर के पास एक पंडाल गिरने से करंट लगने की घटना में 32 वर्षीय सेवादार जितेंद्र की मौत हो गई। यह घटना बारिश के दौरान शनि मंदिर के पंडाल के गिरने के कारण घटी जिससे करंट फैल गया और जितेंद्र की जान चली गई। इस घटना ने बारिश के दौरान सतर्क रहने की जरूरत को उजागर किया है।
अगस्त में बारिश की उम्मीद
भारतीय मौसम विभाग ने अगस्त के महीने के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार अगस्त में हरियाणा में अच्छी बारिश की संभावना है। मानसूनी हवाओं के जोर पकड़ने के कारण राज्य में भारी से मध्यम बारिश हो सकती है। यह बारिश न केवल राज्य के तापमान को नियंत्रित करेगी बल्कि कृषि क्षेत्र के लिए भी लाभकारी होगी।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून की ट्रफ लाइन नारनौल और हिसार से होकर गुजरती है लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है। इस कारण हिसार और इसके आसपास के क्षेत्रों में कम बारिश दर्ज की गई है। ट्रफ लाइन की स्थिति का असर बारिश की मात्रा और वितरण पर पड़ता है। ट्रफ लाइन के सही स्थान पर न होने के कारण बारिश की स्थिति प्रभावित हो रही है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणियों के अनुसार 5 से 8 अगस्त के बीच मानसून फिर से जोर पकड़ने की संभावना है। इस अवधि में हरियाणा में फिर से भारी बारिश हो सकती है। इस बारिश के चलते कई जिलों में जलभराव और अन्य समस्याओं की संभावना है इसलिए प्रशासन को इन संभावित समस्याओं से निपटने के लिए तैयारी करनी होगी।