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भारत में मानसून की आफत, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी, देखें आज का मौसम पूर्वानुमान

 
Monsoon disaster

उत्तर भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून का असर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से स्थिति गंभीर हो गई है। पश्चिमी हिमालयी राज्यों में लगातार बारिश के कारण कई प्रमुख सड़कें और राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गए हैं।

उत्तराखंड में बारिश का कहर

उत्तराखंड में भारी बारिश से जुड़े घटनाक्रमों में 5 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में तीन महिलाएं शामिल हैं। ये घटनाएं लोहाघाट, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, हल्द्वानी और सितारगंज में हुई हैं। बारिश और भूस्खलन के कारण राज्य की 324 सड़कें बंद हो गई हैं जिनमें से 185 सड़कें कुमाऊं क्षेत्र में हैं।

सड़क बंद होने की वजह से कई जिलों में स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। कॉर्बेट पार्क में सफारी भी रद्द कर दी गई है। ज्योर्तिमठ-मलारी हाईवे के बंद होने से 47 लोग फंस गए हैं। बदरीनाथ हाईवे शुक्रवार को पूरे दिन बंद रहा और केदारनाथ पैदल मार्ग दूसरे दिन भी चालू नहीं हो सका। घने कोहरे के कारण हेलीकॉप्टर की उड़ानें भी रद्द कर दी गई हैं।

हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और बारिश

हिमाचल प्रदेश में भी स्थिति गंभीर है। शुक्रवार को कुल्लू, किन्नौर और लाहौल की चोटियों पर बर्फबारी हुई। राजधानी शिमला में मूसलधार बारिश हुई है। भूस्खलन और खराब मौसम के कारण 117 सड़कें बंद हो गई हैं। किन्नौर के पूह में मलिंग नाले में भूस्खलन के कारण काजा-समदो जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग-505 अवरुद्ध हो गया है। शिमला और सिरमौर में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।

जम्मू-कश्मीर में वैष्णो देवी यात्रा प्रभावित

जम्मू-कश्मीर के कटरा में त्रिकुटा पर्वत पर कोहरे के कारण मां वैष्णो देवी के लिए हेलीकॉप्टर उड़ानें प्रभावित हुई हैं। इसके कारण श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि बैटरी कार और रोपवे सेवाएं जारी हैं। शुक्रवार शाम तक करीब 18 हजार श्रद्धालु मंदिर की ओर रवाना हो चुके थे। मौसम खराब होने के कारण तापमान में गिरावट आई है जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है।

उत्तर प्रदेश में बाढ़ और मौतें

उत्तर प्रदेश में बारिश के कारण हालात बिगड़ गए हैं। 11 जिलों के 36 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। बारिश से संबंधित हादसों में 17 लोगों की मौत हो चुकी है। आगरा, मथुरा, झांसी और जालौन में स्थिति सबसे खराब है। लखीमपुर खीरी में एक रोडवेज बस बाढ़ के पानी में बहने से बाल-बाल बच गई। बस में सवार 25 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया।

त्रिपुरा में बाढ़ की स्थिति

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बाढ़ की स्थिति को लेकर बात की। मुख्यमंत्री ने केंद्र से सहायता की मांग की है। अगस्त के अंत में आई बाढ़ में 36 लोगों की मौत हो गई थी और एक लाख से अधिक लोग बेघर हो गए थे।