सिरसा में एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल 12वें दिन भी जारी, हाथों में लिखी मेंहदी से डिमांड

NHM Employees Strike : सिरसा में एनएचएम (National Health Mission) कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को 12वें दिन भी जारी रही। लघु सचिवालय स्थित पानी की टंकी पर चढ़े 4 कर्मचारी नीचे उतरने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं हैं। जिलेभर के एनएचएम कर्मचारी लघु सचिवालय जलघर परिसर में दिन-रात धरने पर बैठे हुए हैं। सोमवार रात कर्मचारियों के लिए यहां पर भोजन की व्यवस्था की गई जिसमें रस्सी के सहारे खाने का सामान टंकी पर चढ़े कर्मचारियों तक पहुंचाया गया।
एनएचएम कर्मचारियों की पक्का करने की मांग
मंगलवार को एनएचएम की महिला कर्मचारियों ने अपने हाथों पर मेहंदी लगाई जिसमें लिखा था कि "एनएचएम कर्मचारियों को पक्का करो"। कई महिला कर्मचारियों ने अपने माथे पर भी इसी प्रकार का नारा अंकित करवा रखा था। एनएचएम कर्मचारियों का कहना है कि वे सरकार के आश्वासनों पर काफी बार भरोसा कर चुके हैं लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। जब तक सरकार लिखित में उन्हें पक्का करने का आदेश जारी नहीं करती उनका आंदोलन जारी रहेगा।
कर्मचारियों का कहना है कि अगले 4 दिन तक कर्मचारी क्रमिक अनशन पर रहेंगे। इसके बाद भी यदि सरकार नहीं मानी तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। वहीं प्रशासन टंकी पर चढ़े कर्मचारियों को नीचे उतारने के लिए काफी कोशिश कर रहा है परंतु एनएचएम कर्मचारी प्रशासन की बात मानने को तैयार नहीं हैं। पानी की टंकी पर चढ़े जिला प्रधान कुंदन का कहना है कि जब तक हरियाणा सरकार एनएचएम कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं करती वे नहीं उतरेंगे।
गत दिवस एनएचएम कर्मचारियों ने अपने खून से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री से उन्हें नियमित करने की गुहार लगाई थी।
जलघर परिसर में धरने पर बैठे एनएचएम कर्मचारियों को समर्थन देने के लिए लगातार नेता और कर्मचारी संगठन आ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के कई नेता आज एनएचएम कर्मचारियों के बीच पहुंचे और अपना समर्थन दिया। इन नेताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एनएचएम कर्मचारियों के आंदोलन का पूरा समर्थन करती है। कर्मचारियों की मांग जायज है और सरकार को इसे पूरा करना चाहिए।
कर्मचारी संगठनों के नेता भी एनएचएम कर्मचारियों के बीच पहुंचे और उनके संघर्ष को समर्थन दिया। कर्मचारियों का कहना है कि अब वे आश्वासनों से संतुष्ट नहीं होंगे बल्कि लिखित आदेश चाहते हैं।
एनएचएम कर्मचारियों का कहना है कि यदि अगले 4 दिनों में सरकार उनकी मांगों को मानने के लिए तैयार नहीं होती है तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे। क्रमिक अनशन के बाद आंदोलनकारियों ने अपनी रणनीति को और कठोर करने की योजना बनाई है।
सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। आंदोलनकारी कर्मचारी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं और अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं।
पानी की टंकी पर चढ़े कर्मचारियों का संकल्प
पानी की टंकी पर चढ़े कर्मचारी अपने संकल्प पर दृढ़ हैं। जिला प्रधान कुंदन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती वे टंकी से नहीं उतरेंगे। इस संघर्ष में उनके साथ अन्य कर्मचारी भी जुटे हुए हैं और सभी एकजुट होकर सरकार से अपने अधिकारों की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस का समर्थन
कांग्रेस पार्टी ने एनएचएम कर्मचारियों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। पार्टी के नेताओं ने कर्मचारियों के बीच पहुंचकर उनका मनोबल बढ़ाया और सरकार से उनकी मांगों को पूरा करने की अपील की। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि एनएचएम कर्मचारियों की मांगें पूरी तरह जायज हैं और सरकार को इसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा करना चाहिए।
एनएचएम कर्मचारियों का यह आंदोलन उनके भविष्य और स्थायित्व की लड़ाई है। कर्मचारी चाहते हैं कि उन्हें स्थायी किया जाए ताकि वे अपने परिवार का पालन-पोषण बेहतर तरीके से कर सकें।
सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इन कर्मचारियों की मांगों को गंभीरता से ले और समाधान निकालने की दिशा में ठोस कदम उठाए। कर्मचारियों के आंदोलन को देखते हुए सरकार को शीघ्र निर्णय लेना चाहिए ताकि इस संकट का समाधान निकाला जा सके और कर्मचारी अपने कार्यस्थल पर लौट सकें।