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नोएडा निवासियों के होंगे मजे ही मजे! इस एक्सप्रेसवे के किनारे बनेगा Green walking zone, मिलेंगी ये धांसू सुविधा

नोएडा विकास प्राधिकरण ने इस परियोजना की घोषणा की जिसमें एक्सप्रेसवे के दोनों ओर एक ग्रीन वॉकिंग ज़ोन (Green walking zone) बनाने की योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि लोग अपने ऑफिस या अन्य गंतव्यों तक पैदल पहुंच सकें जिससे यातायात का दबाव कम हो और प्रदूषण में कमी आए।
 
Green walking zone

Green walking zone in Noida : नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासियों के लिए खुशखबरी! नोएडा विकास प्राधिकरण (Noida Development Authority) ने एक ऐसी परियोजना की घोषणा की है जो शहर में रह रहे लोगों को आराम और सुकून भरी जीवनशैली देने के उद्देश्य से तैयार की गई है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे (Noida-Greater Noida Expressway) के किनारे अब ग्रीन वॉकिंग ज़ोन बनाने की योजना बनाई गई है। इससे न केवल लोगों को वॉकिंग के लिए एक शानदार विकल्प मिलेगा बल्कि यातायात का दबाव भी कम होगा।

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के पास ग्रीन पाथवे

नोएडा विकास प्राधिकरण ने इस परियोजना की घोषणा की जिसमें एक्सप्रेसवे के दोनों ओर एक ग्रीन वॉकिंग ज़ोन (Green walking zone) बनाने की योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि लोग अपने ऑफिस या अन्य गंतव्यों तक पैदल पहुंच सकें जिससे यातायात का दबाव कम हो और प्रदूषण में कमी आए।

इस ग्रीन वॉकिंग ज़ोन की लंबाई 500-500 मीटर के पैच में होगी और इसे एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ तैयार किया जाएगा। यह विशेष रूप से सेक्टर 141, 142, 143, 144, 146, 150 और 151 के आसपास बनाया जाएगा जहां कई आईटी कंपनियां और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान मौजूद हैं।

ग्रीन बेल्ट में विकसित होगा वॉकिंग ज़ोन

इस ग्रीन वॉकिंग ज़ोन को नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे की ग्रीन बेल्ट के भीतर विकसित किया जाएगा जिससे किसी पेड़ को नुकसान नहीं होगा। नोएडा विकास प्राधिकरण के उद्यान निदेशक आनंद मोहन सिंह (Anand Mohan Singh) ने बताया कि परियोजना के पहले चरण में 50 मीटर की ग्रीन बेल्ट में पाथवे का निर्माण किया जाएगा। इसे इतना चौड़ा बनाया जाएगा कि लोग आराम से सैर कर सकें।

आरामदायक सैर के लिए होंगी सुविधाएं

इस पाथवे के दोनों ओर फूलों की हेज लगाई जाएगी जिससे पैदल चलने वालों को एक खूबसूरत नज़ारा मिलेगा। इसके साथ ही बैठने के लिए बेंचें और सुकून के लिए छोटे फाउंटेन भी लगाए जाएंगे जिससे यह पाथवे एक आरामदायक और प्राकृतिक वातावरण प्रदान करेगा। यह वॉकिंग ज़ोन न केवल लोगों के लिए शारीरिक फिटनेस (physical fitness) के लिए उपयोगी होगा बल्कि मानसिक सुकून भी देगा।

प्रदूषण और यातायात में कमी का प्रयास

इस योजना का उद्देश्य केवल पैदल चलने के लिए एक सुरक्षित जगह प्रदान करना नहीं है बल्कि सड़क यातायात का दबाव भी कम करना है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ट्रैफिक (Traffic in Noida and Greater Noida) की बढ़ती समस्या को देखते हुए यह ग्रीन वॉकिंग ज़ोन शहर को प्रदूषण-मुक्त बनाने में मदद करेगा। साथ ही नोएडा प्राधिकरण डस्ट-फ्री ज़ोन विकसित करने की भी योजना बना रहा है जिससे निवासियों को स्वच्छ हवा मिलेगी।

आईटी हब में बनेगा वॉकिंग ज़ोन

विशेष रूप से आईटी कंपनियों के पास यह वॉकिंग ज़ोन बनाने का निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि यहां काम करने वाले लोग इसका लाभ उठा सकें। सेक्टर 141, 142, 143, 144, 146, 150, और 151 में यह ग्रीन वॉकिंग ज़ोन बनाया जाएगा जहां बड़ी संख्या में कंपनियां स्थित हैं।

सस्टेनेबल विकास की दिशा में कदम

नोएडा प्राधिकरण की यह योजना शहर में सस्टेनेबल विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह परियोजना न केवल पर्यावरण अनुकूल होगी बल्कि लोगों के जीवनस्तर को भी ऊंचा करेगी। इसके साथ ही यह आने वाले समय में एक उदाहरण बनेगी कि कैसे शहर के विकास और पर्यावरण संरक्षण को एक साथ आगे बढ़ाया जा सकता है।