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Paris Olympics 2024: ऐलनाबाद में आज तक नहीं बना कोई खेल स्टेडियम, भजन कौर से देश को पदक की उम्मीद

भजन कौर का रविवार को टीम इवेंट का क्वार्टर फाइनल मैच होगा। अगर यह मैच टीम जीतती है तो वे सेमीफाइनल में पहुंचेंगी और फाइनल खेला जाएगा। सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद पदक पक्का हो जाएगा। भजन कौर की कोच मनजीत मलिक ने कहा कि भजन के प्रदर्शन से उन्हें पूरी उम्मीद है कि वे पदक जरूर जीतेंगी।
 
Paris Olympics 2024

सिरसा जिले के ऐलनाबाद की बेटी भजन कौर जिस जगह पर आज तक कोई खेल स्टेडियम नहीं बना वहां की बेटी रविवार को पेरिस ओलंपिक में तीरदांजी के टीम इवेंट में पदक के लिए निशाना साधेगी। भजन कौर रविवार को एक बजे टीम क्वार्टर फाइनल में मुकाबला करेंगी और पूरे देश को उनसे पदक की उम्मीद है। टीम इवेंट में भजन को केवल दो मैच जीतने हैं जिससे उनका पदक पक्का हो जाएगा। सोशल मीडिया पर भी भजन कौर की जीत के लिए दुआएं की जा रही हैं।

तीरंदाजी का सफर

भजन कौर ने आठवीं कक्षा से तीरंदाजी की शुरुआत की थी। एक शिक्षक ने उन्हें सीनियर खिलाड़ी के धनुष और तीर के साथ निशाना लगाने के लिए प्रेरित किया था। उस समय भजन ने सटीक निशाना लगाया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। भजन का ट्रैक रिकॉर्ड हमेशा शानदार रहा है।

उन्होंने 2023 में चीन में एशियाई खेलों में कांस्य, सीनियर नेशनल गेम्स में स्वर्ण और यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते। इसके अलावा 2022 के एशिया कप में उन्होंने दो स्वर्ण पदक जीते थे। तुर्की के अंताल्या में हुए ओलंपिक क्वालीफायर में महिलाओं की व्यक्तिगत रिकर्व स्पर्धा में स्वर्ण जीतकर उन्होंने भारत के लिए ओलंपिक कोटा भी हासिल किया।

भजन कौर के पिता भगवान सिंह ने बताया कि जब भजन ने तीरंदाजी सीखने की इच्छा जाहिर की तो उन्हें खुशी हुई लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने इसे टालने की कोशिश की। भजन की जिद और जुनून को देखते हुए भगवान सिंह ने आढ़ती से पैसे उधार लेकर तीरंदाजी की किट खरीदी। हालांकि यह किट पर्याप्त नहीं थी। इसके बाद उन्होंने फिर से पैसे जुटाए और साढ़े तीन लाख रुपये की किट खरीदकर भजन को दी।

ओलंपिक में पदक की उम्मीद

भजन कौर का रविवार को टीम इवेंट का क्वार्टर फाइनल मैच होगा। अगर यह मैच टीम जीतती है तो वे सेमीफाइनल में पहुंचेंगी और फाइनल खेला जाएगा। सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद पदक पक्का हो जाएगा। भजन कौर की कोच मनजीत मलिक ने कहा कि भजन के प्रदर्शन से उन्हें पूरी उम्मीद है कि वे पदक जरूर जीतेंगी।

भजन कौर ने अपनी मेहनत और संघर्ष से यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कड़ी मेहनत और अनुशासन के साथ तीरंदाजी की दुनिया में अपना नाम रोशन किया है। उनका संघर्ष और मेहनत आज उन्हें पेरिस ओलंपिक में पदक की दौड़ में खड़ा कर रहा है।

भजन कौर की सफलता की कहानी न केवल तीरंदाजी की दुनिया में बल्कि सभी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी कहानी यह सिखाती है कि अगर इरादे मजबूत हों तो किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है। भजन की जीत की कामना के साथ हम सभी उनके उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद करते हैं।