delhihighlight

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 8 हाई-स्पीड कॉरिडोर के निर्माण को मिली मंजूरी, खर्च होंगे 50,655 करोड़ रुपये, देखें पूरी लिस्ट

High-Speed ​​Corridors: आगरा-ग्वालियर हाई-स्पीड कॉरिडोर 88 किलोमीटर लंबा है और इसे 6-लेन कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जाएगा जिसकी कुल लागत 4,613 करोड़ रुपये होगी। यह कॉरिडोर उत्तर प्रदेश के ताजमहल और आगरा किला तथा मध्य प्रदेश के ग्वालियर किला जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों से कनेक्टिविटी बढ़ाएगा।
 
High-Speed ​​Corridors

National Highway Corridors: 8 हाई-स्पीड कॉरिडोर के निर्माण को मिली मंजूरी, खर्च होंगे 50,655 करोड़ रुपये, देखें पूरी लिस्ट! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने 936 किलोमीटर लंबे 8 नैशनल हाइवे के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की कुल लागत 50,655 करोड़ रुपये है। इस फैसले के बारे में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी।

6 लेन आगरा-ग्वालियर राष्ट्रीय हाई-स्पीड कॉरिडोर

आगरा-ग्वालियर हाई-स्पीड कॉरिडोर 88 किलोमीटर लंबा है और इसे 6-लेन कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जाएगा जिसकी कुल लागत 4,613 करोड़ रुपये होगी। यह कॉरिडोर उत्तर प्रदेश के ताजमहल और आगरा किला तथा मध्य प्रदेश के ग्वालियर किला जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों से कनेक्टिविटी बढ़ाएगा। इससे आगरा और ग्वालियर के बीच की दूरी 7 प्रतिशत और यात्रा समय 50 प्रतिशत कम हो जाएगा। यह 6 लेन का एक्सेस-कंट्रोल वाला आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड हाइवे उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में आगरा जिले के देवरी गांव से शुरू होकर ग्वालियर जिले के सुसेरा गांव तक जाएगा।

4 लेन खड़गपुर- मोरेग्राम नैशनल हाई स्पीड कॉरिडोर

खड़गपुर और मोरेग्राम के बीच 231 किलोमीटर लंबे 4-लेन एक्सेस-कंट्रोल हाई-स्पीड कॉरिडोर को 10,247 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा। यह कॉरिडोर पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों को देश के उत्तर-पूर्वी हिस्से से जोड़ने में जरूरी भूमिका निभाएगा। यह मालवाहक वाहनों के लिए यात्रा के समय को घटाकर 9 से 10 घंटे से 3 से 5 घंटे कर देगा जिससे व्यापार में तेजी आएगी और आर्थिक विकास को बल मिलेगा।

6 लेन अहमदाबाद राष्ट्रीय हाई-स्पीड कॉरिडोर

214 किलोमीटर लंबे 6 लेन हाई-स्पीड कॉरिडोर को 10,534 करोड़ रुपये की लागत पर बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (बीओटी) मोड में विकसित किया जाएगा। इस परियोजना से थराड और अहमदाबाद के बीच की दूरी 20 प्रतिशत और यात्रा समय 60 प्रतिशत कम हो जाएगा। इस कॉरिडोर के निर्माण से गुजरात राज्य में यातायात की सुविधा और तीव्रता में सुधार होगा।

4 लेन अयोध्या रिंग रोड

68 किलोमीटर लंबी 4 लेन एक्सेस-नियंत्रित अयोध्या रिंग रोड को 3935 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। यह रिंग रोड अयोध्या शहर से गुजरने वाले नैशनल हाइवे जैसे NH 27 (ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर), NH 227 ए, NH 227 बी, NH 330, NH 330 ए और NH 135 ए पर भीड़भाड़ को कम करेगाजिससे राम मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों को आसानी होगी। अयोध्या में बड़ी संख्या में दर्शन के लिए आ रहे लोगों के लिए यह रिंग रोड बहुत खास होगी और इससे स्थानीय यातायात की भीड़भाड़ कम होगी।

6 लेन कानपुर रिंग रोड

कानपुर रिंग रोड के 47 किलोमीटर लंबे 6 लेन एक्सेस-कंट्रोल्ड सेक्शन को इंजिनियरिंग, खरीद और निर्माण मोड (ईपीसी) में 3298 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा। यह सेक्शन कानपुर के चारों ओर 6 लेन नैशनल हाइवे रिंग को पूरा करेगा। रिंग रोड प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों जैसे NH 19 (स्वर्णिम चतुर्भुज), NH 27 (ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर), NH 34 और आगामी लखनऊ- कानपुर एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे पर लंबी दूरी के यातायात को शहर की ओर जाने वाले यातायात से अलग करेगा। इससे उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीच माल यात्रा आसान होगी।

रायपुर-रांची नैशनल हाईस्पीड कॉरिडोर

रायपुर-रांची नैशनल हाईस्पीड कॉरिडोर के पत्थलगांव और गुमला के बीच 4 लेन सेक्शन का निर्माण होगा। यह परियोजना 4,317 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की जाएगी और इससे छत्तीसगढ़ और झारखंड के बीच यातायात की सुविधा में सुधार होगा।

4 लेन उत्तरी गुवाहाटी बाईपास

उत्तरी गुवाहाटी बाईपास और मौजूदा गुवाहाटी बाईपास का निर्माण भी इस परियोजना के अंतर्गत होगा। यह बाईपास 5,011 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा और इससे असम की राजधानी गुवाहाटी के यातायात की स्थिति में सुधार होगा।