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यूपी की जनता को रेलवे बोर्ड ने दिया बड़ा तोहफा, 92001 करोड़ रुपये की लागत से 5874 किमी लंबी रेल लाइन बिछाई

Uttar Pradesh News : रेलवे बोर्ड के अनुसार उत्तर प्रदेश में 16 नई रेल लाइनों का निर्माण हो रहा है जबकि तीन रेलवे लाइनों के गेज बदले जा रहे हैं। इसके अलावा 49 रेल लाइनों को डबल किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत राज्य में यातायात को और अधिक सुलभ और सुचारू बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
 
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UP News : उत्तर प्रदेश में रेलवे बोर्ड द्वारा कई रेलवे परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है जिनमें नई रेलवे पटरियों का बिछाना पुरानी रेल लाइनों के गेज बदलना और कई ट्रैकों को डबल करने का कार्य शामिल है। इन परियोजनाओं के तहत राज्य में रेलवे नेटवर्क को और मज़बूत बनाया जा रहा है जो प्रदेश की जनता के लिए एक बड़े तोहफे से कम नहीं है। भारतीय रेलवे ने इन परियोजनाओं के ज़रिए राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा है जिसके लिए भारी-भरकम बजट का प्रावधान किया गया है।

उत्तर प्रदेश में 92001 करोड़ रुपये की लागत से बिछाई गई रेल लाइनें

उत्तर प्रदेश में रेलवे बोर्ड द्वारा 68 रेल परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है जिनमें से कई परियोजनाएँ पहले ही अपने अंतिम चरण में पहुँच चुकी हैं। इन परियोजनाओं के तहत 92001 करोड़ रुपये की लागत से अब तक 5874 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइनें बिछाई जा चुकी हैं। इस प्रकार के बुनियादी ढांचे का विकास राज्य के लिए एक कदम है जो ना केवल यातायात को सुगम बनाएगा बल्कि प्रदेश के आर्थिक विकास को भी तेज़ी से आगे बढ़ाएगा।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में लोकसभा में बताया कि उत्तर प्रदेश में कई चरणों में रेलवे का बुनियादी ढांचा खड़ा करने के लिए 68 योजनाओं पर काम चल रहा है। इस कार्य में नई रेल लाइनों का बिछाना गेज परिवर्तन और डबल लाइनें बनाना शामिल है।

16 नई रेल लाइनों का निर्माण और गेज परिवर्तन

रेलवे बोर्ड के अनुसार उत्तर प्रदेश में 16 नई रेल लाइनों का निर्माण हो रहा है जबकि तीन रेलवे लाइनों के गेज बदले जा रहे हैं। इसके अलावा 49 रेल लाइनों को डबल किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत राज्य में यातायात को और अधिक सुलभ और सुचारू बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।

भाजपा सांसद अरुण कुमार सागर द्वारा लोकसभा में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि यूपी में कुल 92001 करोड़ रुपये खर्च कर अब तक 5874 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का निर्माण हो चुका है। साथ ही लगभग 28366 करोड़ रुपये की लागत से 1313 किलोमीटर लंबी रेल लाइनों को कमीशन किया जा चुका है।

158 किमी लंबी नई रेल लाइन का सर्वे

रेल मंत्री ने यह भी बताया कि नई रेल लाइन फर्रुखाबाद-मौलानी वाया अलाहागंज पावायन और खुतुर तक 158 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का सर्वे कार्य साल 2018-19 में पूरा कर लिया गया था। हालांकि कम ट्रैफिक के आंकड़ों के चलते इस परियोजना को अभी तक आगे नहीं बढ़ाया जा सका है।

इस प्रकार के सर्वे और परियोजनाएँ यह संकेत देती हैं कि भारतीय रेलवे छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों तक भी अपनी सेवाओं का विस्तार कर रही है जिससे वहाँ के लोगों को बेहतर यातायात सुविधाएँ मिल सकेंगी।

उत्तर प्रदेश में वंदे भारत ट्रेनों का संचालन

वंदे भारत ट्रेनों का संचालन उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में हो रहा है। पूरे देश में फिलहाल 102 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं जिनमें से 6 ट्रेनों का संचालन उत्तर प्रदेश के विभिन्न मार्गों पर किया जा रहा है। वंदे भारत ट्रेनें अपने हाई-स्पीड और उच्च-स्तरीय सेवाओं के लिए जानी जाती हैं जो यात्रियों को समय की बचत और बेहतरीन यात्रा अनुभव प्रदान करती हैं।

इसके अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं जिसमें महाराष्ट्र की जनता की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 16 ट्रेनों का संचालन हो रहा है।