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हरियाणा के इन 5 जिलों में बारिश और तूफान का अलर्ट, 40 KM प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं, जानें ताजा अपडेट

हरियाणा में इस बार मॉनसून का असर कम ही रहा है लेकिन अब मौसम विभाग ने नूंह, पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम और रेवाड़ी जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बारिश होने की संभावना है.
 
Storm alert

इस साल हरियाणा में मानसून कमजोर रहा है राज्य के कई हिस्सों में कम बारिश दर्ज की गई है। हालांकि मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में कुछ जिलों में बारिश की संभावना जताई है जिससे लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है. इस लेख में हम हरियाणा में मानसून की स्थिति बारिश की चेतावनी और विभिन्न जिलों में बारिश का विवरण देंगे।

हरियाणा में इस बार मॉनसून का असर कम ही रहा है लेकिन अब मौसम विभाग ने नूंह, पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम और रेवाड़ी जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बारिश होने की संभावना है.

मौसम विभाग ने कहा कि कमजोर मानसून के बावजूद इन जिलों में बारिश की संभावना से लोगों को राहत मिल सकती है खासकर उन इलाकों में जहां हाल के दिनों में तापमान अधिक रहा है। बारिश के साथ-साथ तेज हवाओं के कारण तापमान में गिरावट हो सकती है।

कहां हुई बारिश?

मंगलवार को हरियाणा के सोनीपत जिले में सबसे अधिक 63.0 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा हिसार में 17.6 मिमी पंचकुला में 17.5 मिमी यमुनानगर में 15.5 मिमी भिवानी में 14.8 मिमी करनाल में 12.0 मिमी गुरुग्राम में 5.5 मिमी फतेहाबाद में 1.0 मिमी और भिवानी में 0.5 मिमी बारिश हुई। बारिश से किसानों और आम जनता को कुछ राहत मिली है लेकिन बारिश का स्तर अभी भी सामान्य से नीचे है।

हरियाणा के विभिन्न जिलों में बारिश से तापमान में गिरावट आई है. मंगलवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान रोहतक में 34.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बारिश से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली वहीं बाढ़ के कारण दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा। खासकर भिवानी जिले में बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई जिससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.

कमजोर मॉनसून प्रदर्शन

भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस साल 1 जून से 5 सितंबर तक हरियाणा में 332.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जो सामान्य से 11 फीसदी कम है। इस दौरान सामान्य तौर पर 374.3 मिमी बारिश होनी चाहिए थी लेकिन इस बार मानसून कमजोर रहा। राज्य के चौदह जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है जिससे किसानों और स्थानीय निवासियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।