Ratan Tata: रतन टाटा के निधन से देशभर में शोक की लहर, देशभर के नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

Ratan Tata Death News : टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा जिनके नेतृत्व में भारतीय समूह ने वैश्विक स्तर पर पहचान बनाई का बुधवार रात 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह घोषणा की कि टाटा के अंतिम संस्कार को राज्य सम्मान के साथ किया जाएगा। टाटा का पार्थिव शरीर गुरुवार सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक एनसीपीए में जनता के दर्शन के लिए रखा जाएगा।
रतन टाटा के निधन पर पूरे देश ने जताया शोक
"हम एक असाधारण नेता रतन नवल टाटा को खोने का दुख मना रहे हैं। उनके योगदान ने न केवल टाटा समूह बल्कि पूरे देश की तस्वीर बदल दी" टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने अपने बयान में कहा। उन्होंने टाटा को अपना मार्गदर्शक मित्र और प्रेरणा बताया। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई लेकिन अपने नैतिक मूल्यों को हमेशा बनाए रखा।
— Tata Group (@TataCompanies) October 9, 2024
रतन टाटा की समाज सेवा और परोपकार
टाटा के नेतृत्व ने न केवल व्यापार के क्षेत्र में बल्कि समाज सेवा और परोपकार में भी अपनी छाप छोड़ी है। शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक टाटा की पहलों ने लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है और यह काम आने वाली पीढ़ियों तक उनकी विरासत को बनाए रखेगा। उनका सरल स्वभाव और विनम्रता हर व्यक्ति के साथ उनके संवाद में दिखती थी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि टाटा के अंतिम संस्कार को पूरे राज्य सम्मान के साथ किया जाएगा। उनका पार्थिव शरीर गुरुवार को जनता के दर्शन के लिए रखा जाएगा।
देशभर के नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
India has lost a giant, a visionary who redefined modern India's path. Ratan Tata wasn’t just a business leader - he embodied the spirit of India with integrity, compassion and an unwavering commitment to the greater good. Legends like him never fade away. Om Shanti 🙏 pic.twitter.com/mANuvwX8wV
— Gautam Adani (@gautam_adani) October 9, 2024
रतन टाटा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा "रतन टाटा का योगदान भारतीय उद्योग जगत के लिए अपार है। उनकी विनम्रता और नेतृत्व ने उन्हें सबका प्रिय बना दिया था।"
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा "रतन टाटा जी के निधन से भारत एक दूरदर्शी नेता को खो चुका है।"
आदानी समूह के अध्यक्ष गौतम अदानी ने ट्वीट करते हुए लिखा "रतन टाटा जैसे महान नेता कभी नहीं मरते वे एक विरासत छोड़ जाते हैं। उनका समर्पण और सेवा भावना हमेशा प्रेरणादायक रहेगी।"
उद्योग जगत का प्रमुख चेहरा
1991 में टाटा समूह का नेतृत्व संभालने वाले रतन टाटा ने कई अहम परियोजनाओं को पूरा किया। टाटा टेलीसर्विसेज 1996 में लॉन्च हुआ और 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) सार्वजनिक हुई। टाटा समूह के अध्यक्ष पद से हटने के बाद भी समूह की महत्वपूर्ण नीतियों और निर्णयों के लिए उनके विचार लिए जाते थे।
रतन टाटा ने अपने करियर में टाटा समूह को एक नए आयाम पर पहुंचाया और उन्होंने इसे वैश्विक ब्रांड में परिवर्तित किया। इसके साथ ही उन्होंने परोपकार और जनकल्याण के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
रतन टाटा की शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को टाटा परिवार में हुआ। उन्होंने कॉर्नेल विश्वविद्यालय से वास्तुकला और संरचनात्मक इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और फिर हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से प्रबंधन की पढ़ाई पूरी की। टाटा के नेतृत्व में समूह ने कई प्रमुख अंतरराष्ट्रीय अधिग्रहण किए जिससे यह एक वैश्विक समूह के रूप में उभरा।
रतन टाटा के प्रति उनके स्नेह और सेवा के भाव ने उन्हें देश और दुनिया में एक प्रिय नेता बना दिया। उद्योग जगत से जुड़े अन्य दिग्गजों ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। हरश गोयनका ने ट्वीट किया "समय रुक गया है। उद्योग जगत का एक महान नायक चला गया। रतन टाटा ने ईमानदारी और परोपकार के साथ उद्योग जगत में एक नई मिसाल कायम की।"
The Congress party is deeply saddened by the passing of Padma Vibhushan Shri Ratan Tata, a titan of Indian industry and a philanthropist who shaped India's corporate landscape.
— Congress (@INCIndia) October 9, 2024
His integrity and compassion will continue to inspire future generations of corporates, entrepreneurs… pic.twitter.com/H9jgRiyHHf
रतन टाटा की पशु कल्याण में रुचि
रतन टाटा के निजी जीवन में पशु कल्याण और परोपकार के प्रति विशेष रुचि थी। उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर लगभग 10 मिलियन फॉलोवर्स थे लेकिन वे केवल दो अकाउंट्स को फॉलो करते थे - स्मॉल एनिमल हॉस्पिटल मुंबई और टाटा ट्रस्ट्स जो उनके पशु प्रेम और परोपकार के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
रतन टाटा का अंतिम समय में ब्रीच कैंडी अस्पताल मुंबई में उपचार चल रहा था। उनकी उम्र से जुड़ी बीमारियों के कारण उन्हें इस सप्ताह अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बुधवार को उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया था। बुधवार रात को उन्होंने अंतिम सांस ली।