Sarso Tel : सरसों के तेल के 5 हैरान करने वाले नुकसान जो आपको चौंका देंगे, जानें इसके स्वास्थ्य पर असर

भारतीय किचन में सरसों के तेल का उपयोग (Harmful effects of mustard oil) सिर्फ़ खाने के लिए ही नहीं बल्कि स्किन और सेहत के कई दूसरे पहलुओं में भी किया जाता है। आयुर्वेद में भी इसका खास महत्व है लेकिन इसके फायदों के साथ-साथ नुकसान भी हैं जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। इसलिए आज हम आपको सरसों के तेल से होने वाले कुछ प्रमुख नुकसानों के बारे में बताएंगे जिनसे आपको अवगत रहना चाहिए।
सरसों के तेल के नुकसान ( Sarson Tel Ke Nuksan )
1. हृदय पर असर
सरसों के तेल में मौजूद इरूसिक एसिड (Erucic Acid) की उच्च मात्रा दिल की सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। इससे मायोकार्डियल फाइब्रॉटिक घाव उत्पन्न हो सकते हैं जो हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाते हैं और हार्ट फेलियर का कारण बन सकते हैं।
2. एलर्जी
सरसों के तेल से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है। इसके सेवन से शरीर में हिस्टामाइन (Histamine) का स्तर बढ़ सकता है जिससे एनाफिलेक्टिक शॉक (Anaphylactic Shock) की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसके लक्षणों में त्वचा पर दाने सांस फूलना उल्टी आना गले और चेहरे पर सूजन शामिल हैं। जिन लोगों को एलर्जी की समस्या होती है उन्हें सरसों के तेल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
3. राइनाइटिस
सरसों के तेल के सेवन से कई लोगों को राइनाइटिस की समस्या हो सकती है। इसमें बलगम की झिल्ली में सूजन हो जाती है जिससे छींकना नाक बहना और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
4. गर्भावस्था में नुकसान
गर्भवती महिलाओं को सरसों के तेल का सेवन सावधानी से करना चाहिए। इसमें मौजूद कुछ रासायनिक यौगिक गर्भस्थ शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। इसलिए डॉक्टर से सलाह लेना अनिवार्य है।
5. त्वचा पर रैशेज
कुछ लोगों को सरसों के तेल के उपयोग से त्वचा पर रैशेज हो सकते हैं। लंबे समय तक सरसों के तेल से मालिश करने से त्वचा काली पड़ सकती है और कई बार शरीर पर दाने भी निकल सकते हैं। इसलिए संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को इसका इस्तेमाल कम करना चाहिए।
सरसों के तेल का अत्यधिक सेवन ट्राइग्लिसराइड के बनने से हृदय की मांसपेशियों को कमजोर कर सकता है जिससे दिल की बीमारियां हो सकती हैं।
सरसों के तेल का उपयोग सावधानी से करें
सरसों का तेल भारतीय परिवारों में बेहद आम है लेकिन इसके उपयोग में सावधानी बरतना आवश्यक है। इसके लाभों के बावजूद कुछ लोगों के लिए यह हानिकारक साबित हो सकता है। इसलिए इसके इस्तेमाल से पहले अपने शरीर की प्रतिक्रिया को समझना और स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करना बेहद जरूरी है।