सिरसा जिले की बेटी का टूटा मेडल का सपना, जबरदस्त मुकाबले के शूटऑफ में हारीं खिलाड़ी

Paris Olympic 2024: तीरंदाजी की दुनिया में सिरसा की बेटी भजन कौर ने अपनी अद्वितीय प्रतिभा और धैर्य से सभी को प्रभावित किया है। पेरिस ओलंपिक में महिला टीम स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर उन्होंने देश को गर्व महसूस कराया। हालांकि सेमीफाइनल में जगह बनाने में वे नाकाम रही जिससे देशवासियों की पदक की उम्मीदें धूमिल हो गईं। लेकिन भजन की यात्रा और उनकी कड़ी मेहनत किसी भी मायने में कम नहीं है।
प्री-क्वार्टर फाइनल में शूटऑफ में हार
भजन कौर का प्रदर्शन प्री-क्वार्टर फाइनल तक शानदार रहा लेकिन शूटऑफ में इंडोनेशिया की डियांडा से हार ने उनकी उम्मीदों को तोड़ दिया। इस हार ने उनके पदक जीतने के सपने को बिखेर दिया, लेकिन उनके इस संघर्ष ने देश को एक नया सितारा दिया है।
दीपिका कुमारी की चुनौती
अनुभवी तीरंदाज दीपिका कुमारी ने महिला व्यक्तिगत वर्ग के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। दीपिका अब अंतिम आठ मुकाबले में शनिवार शाम पांच बजकर पांच मिनट पर चुनौती पेश करेंगी। दीपिका के इस शानदार प्रदर्शन से देशवासियों को उनसे भी बड़ी उम्मीदें हैं।
भजन कौर का शानदार ट्रैक रिकॉर्ड
भजन कौर का ट्रैक रिकॉर्ड उनकी उत्कृष्टता को दर्शाता है। उन्होंने चीन में एशियाई खेलों (2023) में कांस्य पदक जीता है। सीनियर नेशनल गेम्स (2023) में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया। इसके अलावा यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप (2023) में भी भजन ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया। एशिया कप (2022) में उन्होंने दो स्वर्ण पदक जीतकर अपनी काबिलियत का परिचय दिया है।
पेरिस ओलंपिक में भजन कौर का सफर उनके करियर का महत्वपूर्ण हिस्सा रहेगा। यह अनुभव उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करेगा। भजन की इस यात्रा ने न केवल उन्हें बल्कि देश के युवाओं को भी प्रेरित किया है। उनकी मेहनत और समर्पण ने यह साबित कर दिया है कि संघर्ष और धैर्य से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
भजन कौर का संघर्ष और उनकी मेहनत सिरसा के लिए गर्व की बात है। सिरसा की इस बेटी ने अपनी मेहनत और लगन से देश का नाम रोशन किया है। भजन की कहानी न केवल तीरंदाजों के लिए बल्कि सभी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत है।