Sirsa News: गोपाल कांडा और गोबिंद कांडा पर कांग्रेस नेता के गंभीर आरोप, नोटिस जारी

Delhi highlights, नई दिल्ली : सिरसा जिले में चुनावी माहौल गरमाने लगा है और इसके बीच कांग्रेस नेता राजकुमार शर्मा (Congress leader Rajkumar Sharma) ने विधायक गोपाल कांडा और उनके छोटे भाई, भाजपा नेता गोबिंद कांडा (BJP leader Govind Kanda) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आचार संहिता के दौरान लाखों रुपये बांटने का आरोप लगाया है जो चुनावी प्रक्रिया की शुचिता पर सवाल उठाते हैं। इस आरोप के आधार पर जिला प्रशासन और चुनाव आयोग को शिकायत भेजी गई है जिसके बाद रिटर्निंग अधिकारी ने नोटिस जारी किया है और चुनाव आयोग ने इस मामले में दस्तावेजों के साथ कांग्रेस नेता को दिल्ली बुलाया है।
गोपाल कांडा और गोबिंद कांडा पर लगे आरोप
कांग्रेस नेता राजकुमार शर्मा ने चुनाव आयोग को दी गई शिकायत में आरोप लगाया है कि गोपाल कांडा और गोबिंद कांडा जो हलोपा और भाजपा के प्रमुख नेता हैं गांव-गांव जाकर जनसभाओं के नाम पर नकदी बांट रहे हैं। शर्मा ने आरोप लगाया कि पिछले पांच वर्षों में ये दोनों नेता सिरसा के आसपास के गांवों में नहीं गए लेकिन जैसे ही चुनाव की घोषणा हुई और आचार संहिता लागू हुई उन्हें इन गांवों की याद आ गई। उन्होंने दावा किया कि गोबिंद कांडा ने नारायण खेड़ा गांव में सरपंच को नौ लाख रुपये नकदी बांटी। इसके अलावा शाहपुर बेगू में छह लाख रुपये, चौबुर्जा में 50 हजार रुपये और चाडीवाल गांव में 10 लाख रुपये नकदी शेड निर्माण और श्मशानभूमि के निर्माण के लिए बांटे गए।
कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि कांडा बंधु हर रोज गांवों में जाकर इसी प्रकार लोगों को पैसा बांट रहे हैं। उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि पुलिस सुरक्षा और निजी सिक्योरिटी गार्ड के साथ ये नेता लाखों रुपये गाड़ियों में भरकर ले जाते हैं जबकि आदर्श आचार संहिता के अनुसार कोई व्यक्ति 50 हजार रुपये से ज्यादा नकदी अपने पास नहीं रख सकता। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन को इस बारे में जानकारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है जो यह दर्शाता है कि प्रशासन कांडा बंधुओं को पूरा समर्थन कर रहा है।
नोटिस जारी
शिकायतकर्ता राजकुमार शर्मा जो भादरा बाजार के निवासी ने विधायक गोपाल कांडा और गोबिंद कांडा के खिलाफ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने की शिकायत दर्ज करवाई। इस पर संज्ञान लेते हुए रिटर्निंग अधिकारी राजेंद्र कुमार ने विधायक गोपाल कांडा और गोबिंद कांडा को नोटिस जारी किया है जिसमें उन्हें 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है। राजेंद्र कुमार के अनुसार यह नोटिस आचार संहिता के उल्लंघन के संबंध में है और इसका जवाब देना जरूरी है ताकि चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता बनाए रखी जा सके।
गोबिंद कांडा का बचाव
इन आरोपों के जवाब में भाजपा नेता गोबिंद कांडा ने कहा कि उन्होंने और उनके भाई ने कहीं कोई पैसा नहीं बांटा है। उन्होंने कांग्रेस नेता द्वारा लगाए गए आरोपों को गलत बताया और कहा कि यह आरोप राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं। गोबिंद कांडा के अनुसार कांग्रेस नेता के आरोप तथ्यहीन हैं और वे केवल उनकी छवि खराब करने के लिए लगाए गए हैं।
आचार संहिता का उल्लंघन
कांग्रेस नेता ने शहर में सफाई और स्ट्रीट लाइट लगाने के कार्य को भी आचार संहिता के उल्लंघन के रूप में पेश किया है। उनका कहना है कि सफाई और स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य नगर परिषद का होता है लेकिन मौजूदा समय में कांडा बंधु सोशल मीडिया और पोस्टर चस्पा करके इस कार्य को अपने प्रचार का हिस्सा बना रहे हैं। यह भी एक तरह से आचार संहिता का उल्लंघन है क्योंकि चुनावी प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह की सरकारी सुविधा का प्रचार नहीं किया जा सकता।
चुनाव आयोग की सख्ती
चुनाव आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और कांग्रेस नेता राजकुमार शर्मा को दिल्ली बुलाया है। इस बैठक में आयोग शर्मा द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो। चुनाव आयोग की यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि वह चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।