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Sirsa News: सब्जियों की खेती से खुशहाल हुआ सिरसा का किसान, कम लागत में कमा रहा बंपर मुनाफा

खेड़ी गांव के किसान विशेषकर वीरभान शर्मा ने परंपरागत खेती छोड़कर जैविक खेती का रास्ता अपनाया है। इससे न केवल खेती की लागत कम हुई है बल्कि उन्हें अच्छा मुनाफा भी हो रहा है। वीरभान ने बताया कि जैविक खेती में केमिकल और कीटनाशकों का उपयोग न होने से सब्जियों की गुणवत्ता में सुधार हुआ है जिससे इनकी मांग बढ़ गई है।
 
Farmer of Sirsa

Delhi Highlights, चंडीगढ़: सिरसा जिले के खेड़ी गांव के किसानों ने जैविक खेती के जरिए एक नई पहल शुरू की है जिससे न केवल उनकी खुद की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है बल्कि पूरे क्षेत्र में स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा मिल रहा है। वीरभान शर्मा जो इस बदलाव के मुख्य कर्ताधर्ता हैं ने अपने 7 एकड़ जमीन में से 2.5 एकड़ में जैविक सब्जियों की खेती शुरू की है। उनका यह कदम न केवल गांव के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन रहा है बल्कि आसपास के इलाकों में भी जैविक खेती के प्रति जागरूकता बढ़ा रहा है।

खेड़ी गांव के किसानों का जैविक खेती की ओर रुझान

खेड़ी गांव के किसान विशेषकर वीरभान शर्मा ने परंपरागत खेती छोड़कर जैविक खेती का रास्ता अपनाया है। इससे न केवल खेती की लागत कम हुई है बल्कि उन्हें अच्छा मुनाफा भी हो रहा है। वीरभान ने बताया कि जैविक खेती में केमिकल और कीटनाशकों का उपयोग न होने से सब्जियों की गुणवत्ता में सुधार हुआ है जिससे इनकी मांग बढ़ गई है।

वीरभान ने अपनी खेती में तोरई खीरा पेठा टमाटर हरी मिर्च और चिकोरी जैसी सब्जियों का उत्पादन शुरू किया है जिन्हें वे दूसरे गांवों में भी बेच रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने सोशल मीडिया का भी सहारा लिया है जिससे उनकी उपज को मार्केटिंग के नए अवसर मिल रहे हैं।

जैविक खेती से बढ़ रहा है मुनाफा

वीरभान ने बताया कि जैविक खेती से उन्हें आर्थिक रूप से काफी फायदा हो रहा है। केमिकल आधारित खेती की तुलना में जैविक खेती की लागत काफी कम होती है जिससे मुनाफा अधिक होता है। उदाहरण के लिए उन्होंने बताया कि पहले उन्हें अपने खेतों में कीटनाशकों और रासायनिक खादों पर काफी खर्च करना पड़ता था लेकिन अब जैविक खेती से उनका यह खर्च लगभग आधा हो गया है।

उन्होंने अपनी उपज की मार्केटिंग खुद संभाली है जिसके चलते उन्हें अपने उत्पादों को सीधे ग्राहकों तक पहुंचाने में मदद मिली है। सोशल मीडिया पर अपनी उपज की जानकारी साझा करने से न केवल उनके उत्पादों की बिक्री बढ़ी है बल्कि लोगों का विश्वास भी बढ़ा है। आजकल लोग उनके खेत तक ताजगी और गुणवत्ता से भरपूर सब्जियां खरीदने के लिए आ रहे हैं।

खेड़ी गांव बन रहा है जैविक खेती का उदाहरण

खेड़ी गांव में वीरभान शर्मा की पहल ने अन्य किसानों को भी प्रेरित किया है। अब गांव के अन्य किसान भी जैविक खेती की तरफ रुझान दिखा रहे हैं। सिरसा जिले के इस गांव में जैविक खेती का विस्तार धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है जिससे न केवल पर्यावरण का संरक्षण हो रहा है बल्कि स्थानीय लोगों की सेहत भी बेहतर हो रही है।

खेड़ी गांव के आसपास के इलाकों में भी वीरभान शर्मा की जैविक खेती की पहल चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग उनके खेतों से सब्जियां खरीदने के लिए दूर-दूर से आते हैं क्योंकि उन्हें यकीन है कि यहां उन्हें केमिकल मुक्त ताजगी से भरपूर सब्जियां मिलेंगी।