सिरसा पुलिस ने नशीली दवाइयों के खिलाफ तेज की कार्रवाई, मेडिकल स्टोर संचालकों को आगाह करते हुए एसपी ने दिए आदेश
Sirsa Police News: पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यदि किसी भी मेडिकल स्टोर संचालक की नशे के व्यापार में संलिप्तता पाई जाती है तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा अगर कोई मेडिकल स्टोर संचालक किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर स्टोर चला रहा है तो उनके रजिस्ट्रेशन को तुरंत रद्द करवाकर कठोर कदम उठाए जाएंगे।

Delhi Highlights, चंडीगढ़: सिरसा जिले में नशीली दवाइयों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में अब पुलिस ने मेडिकल स्टोर संचालकों पर सख्त कार्रवाई का रुख अपनाया है। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने आज पुलिस लाइन के प्रशासनिक भवन में मेडिकल स्टोर संचालकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि जिले में नशे के व्यापार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सभी थाना और यूनिट प्रभारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में खुफिया तंत्र को मजबूत करें और प्रतिबंधित नशीली दवाइयों की बिक्री पर नज़र रखें।
नशीली दवाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यदि किसी भी मेडिकल स्टोर संचालक की नशे के व्यापार में संलिप्तता पाई जाती है तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा अगर कोई मेडिकल स्टोर संचालक किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर स्टोर चला रहा है तो उनके रजिस्ट्रेशन को तुरंत रद्द करवाकर कठोर कदम उठाए जाएंगे। इस प्रकार की गतिविधियों पर जिला पुलिस की पैनी नजर बनी हुई है।
मेडिकल स्टोर संचालकों को पुलिस का संदेश
पुलिस अधीक्षक ने मेडिकल स्टोर संचालकों से आग्रह किया कि वे नशीली दवाइयों की बिक्री से पूरी तरह दूर रहें और जिले में चलाए जा रहे नशे के खिलाफ अभियान में पुलिस का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि "नशे के खिलाफ चलाए जा रहे इस महाअभियान में समाज के हर वर्ग की भागीदारी जरूरी है।" उन्होंने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों से अपील की कि वे नशीली दवाइयां बेचने से बचें और किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की सूचना पुलिस को तुरंत दें।
नशा तस्करों पर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई
पिछले कुछ महीनों में सिरसा पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की है। इस अभियान के तहत पुलिस ने नशे के व्यापार में संलिप्त कई लोगों को गिरफ्तार किया है और भारी मात्रा में नशीली दवाइयों को जब्त किया है। अब मेडिकल स्टोर संचालकों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है ताकि जिले में नशे का जाल पूरी तरह से खत्म किया जा सके।
पुलिस और समाज का सहयोग ज़रूरी
पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने जोर देते हुए कहा कि इस अभियान में सिर्फ पुलिस की भूमिका ही नहीं बल्कि समाज का भी योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा "मेडिकल स्टोर संचालकों की भी जिम्मेदारी है कि वे नशीली दवाइयों की बिक्री में शामिल न हों और जिले को नशामुक्त बनाने में अपना योगदान दें।"
जिला पुलिस प्रशासन ने साफ किया है कि नशे के खिलाफ यह लड़ाई किसी भी कीमत पर जारी रहेगी और नशीली दवाइयों का अवैध व्यापार करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। मेडिकल स्टोर संचालक भी इस मुहिम में पुलिस प्रशासन का पूर्ण सहयोग करें और जिले को नशामुक्त बनाने में अपना योगदान दें।