पुणे रिंग रोड को लेकर अभी की सबसे बड़ी खबर ! जमीन अधिग्रहण का काम कहां तक पहुंचेगा ? जिलाधिकारी ने दिए ये निर्देश

नई दिल्ली: पुणे और पिंपरी चिंचवड़ के बीच ट्रैफिक जाम को खत्म करने के लिए राज्य सड़क विकास निगम और पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के माध्यम से विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य की सांस्कृतिक राजधानी शिक्षा के घर के रूप में भी प्रसिद्ध है। अब इस शहर को आईटी हब के रूप में नई पहचान मिली है. लेकिन इसके साथ ही अब पुणे शहर ट्रैफिक जाम के लिए भी कुख्यात होता जा रहा है.
लेकिन अब पुणे में इस ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए राज्य सड़क विकास निगम के माध्यम से पुणे रिंग रोड प्रोजेक्ट का काम शुरू किया गया है। पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण एक रिंग रोड भी विकसित करेगा।
दूसरे शब्दों में कहें तो शहर में जाम से निजात दिलाने के लिए दो नये रिंग रोड का निर्माण होने जा रहा है. राज्य सड़क विकास निगम की पुणे रिंग रोड को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। पुणे रिंग रोड परियोजना का भूमि अधिग्रहण कार्य कहां तक पहुंच गया है? इस संबंध में एक नई जानकारी सामने आई है.
जमीन अधिग्रहण का काम कहां तक पहुंचा?
पुणे रिंग रोड 172 किमी लंबी और 110 मीटर चौड़ी सड़क है। इस परियोजना के दो चरण हैं. यह काम पूर्व और पश्चिम दो चरणों में किया जाएगा। फिलहाल इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है. दरअसल इस प्रोजेक्ट के लिए 1700 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है.
36 गांवों से गुजरने वाली पश्चिमी रिंग रोड के लिए 692.66 हेक्टेयर जमीन और 43 गांवों से गुजरने वाली पूर्वी रिंग रोड के लिए 1054 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है. मिली जानकारी के मुताबिक वेस्टर्न रिंग रोड के लिए अब तक 598.20 हेक्टेयर जमीन का भू-अर्जन पूरा हो चुका है.
बेशक 35.43 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण लंबित है। पूर्वी क्षेत्र में रिंग रोड के लिए अब तक 405 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण पूरा हो चुका है और शेष 650 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास जारी है.
विशेष रूप से आगामी विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए पुणे जिला कलेक्टर डॉ. सुहास दिवासे ने इस परियोजना के लिए आवश्यक भूमि का भूमि अधिग्रहण सितंबर के अंत तक पूरा करने का निर्देश दिया है।
साथ ही इस परियोजना के लिए अधिग्रहीत भूमि को राज्य सड़क विकास निगम के नाम पर हस्तांतरित करने के निर्देश दिये गये हैं. इससे पहले प्रमंडलीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंदवार ने भी यह आदेश दिया था. इस प्रोजेक्ट को लेकर हाल ही में एक अहम बैठक हुई थी.
इसी बैठक में कलेक्टर डॉ. सुहास दिवसे ने संभागायुक्तों को आदेश दिया है कि पश्चिमी भाग में रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण का काम लगभग पूरा हो चुका है और पूर्वी हिस्से में भी रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण का काम अंत तक पूरा कर लिया जाए. सितंबर का.